लखनऊ 30 नवम्बर 2022: लखनऊ 35 हजार लाभार्थियों की पेंशन रोक दी गई है। यह ऐसे लाभार्थी हैं जो लगभग 10 महीने पश्चात भी आधार सत्यापन हेतु प्रस्तुत नहीं हुये। इसके अतिरिक्त लगभग साढ़े नौ हजार लाभार्थियों की पेंशन पूर्ण रूप से भी रोक दी गई है। अब इन समस्त लाभार्थियों को दिसम्बर में पेंशन की तीसरी तिमाही किश्त नहीं दी जाएगी। मुख्य बात यह है कि सत्यापन न कराने वालों में अत्यधिक लाभार्थी शहरी इलाके के वृद्धावस्था पेंशन के हैं।
आधार के द्वारा पेंशन भुगतान की सुविधा हेतु वृद्धावस्था, निराश्रित महिला, दिव्यांग पेंशन के समस्त लाभार्थियों (1.79 लाख) आधार कार्ड का सत्यापन होना है। लगभग एक वर्ष पूर्व सत्यापन का कार्य प्रारम्भ हुआ। प्रशासन ने इस सम्बन्ध में गांव से लेकर वार्डों तक अनेक बार कैम्प लगाए। इसके पश्चात भी लगभग 35 हजार लाभार्थी प्रस्तुत नहीं हुये। इस वजह से अब इनकी पेंशन को अस्थाई तौर पर रोक दिया गया है।
25 हजार वृद्धजनों की स्थगित पेंशन
राजधानी लखनऊ में वृद्धावस्था पेंशन के 93632 लाभार्थी हैं। इसमें से 62 हजार से ज्यादा पेंशनार्थियों ने आधार सत्यापन कराया। सत्यापन के बाद 25702 लाभार्थी की पेंशन रोक दी गई है। इसी प्रकार से निराश्रित महिला (विधवा) पेंशन में लगभग 8 हजार एवं दिव्यांगजन पेंशन के 1832 लाभार्थियों की पेंशन भी रोक दी गई है।
सत्यापन में 9.5 हजार लाभार्थी नहीं मिले
प्रमाणीकरण के साथ चले सत्यापन में साढ़े नौ हजार लाभार्थी नदारद मिले। अधिकारी बताते हैं कि इसमें से ज्यादातर लाभार्थियों की मृत्यु हो चुकी है। कई अपने पते पर नहीं पाये गये। इसमें वृद्धावस्था पेंशन के 5413, निराश्रित महिला पेंशन के तीन हजार से ज्यादा व दिव्यांग पेंशन के 851 लाभार्थी शामिल हैं। जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता सिंह ने अवगत कराया कि आधार सत्यापन न कराने वाले लाभार्थियों की पेंशन अस्थाई रूप से रोक दी गई है। जैसे-जैसे लाभार्थी सत्यापन कराएंगे उस प्रकार उन्हें अगली बार पेंशन दी जाएगी। पेंशनर्स अपना आधार, मोबाइल नंबर, बैंक पास बुक लेकर सीएससी से भी आधार सत्यापन करा सकते हैं।