लखनऊ 05 दिसम्बर 2022: लखनऊ मंडल के पुराने और खस्ताहाल हो चुके रेलवे स्टेशनों को भारतीय रेलवे नए रूप से पुनःविकसित करेगा। जिसमें पूर्वोत्तर रेलवे मंडल के छह स्टेशन चुने गए हैं। इन स्टेशनों को स्थानीय सांस्कृतिक के साथ ऐतिहासिक स्मारकों की झलक दिखेंगी। इनमें लखनऊ जंक्शन, गोमतीनगर, गोंडा, गोरखपुर, छपरा और काठगोदाम स्टेशनों को लिया गया है।
इन स्टेशनों को पुनःविकसित करने के लिए कार्य होगा। इसके लिए सलाहकार नियुक्त किया गया है, जो स्टेशन की मास्टर प्लानिंग, आर्किटेक्चरल डिजाइनिंग के लिए प्राइवेट एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह एजेंसी विकास परियोजना की सम्पूर्ण रिपोर्ट तैयार करेंगी। इसी आधार पर स्टेशनों को आधुनिक रूप में निर्मित किया जायेगा ।
दो वर्ष में यह कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य है।
वाराणसी मंडल के छपरा स्टेशन के पुनःविकास का सर्वे होगा। इसके प्रारूप के लिए वाराणसी मंडल के गतिशक्ति यूनिट ने एडमैक इंजीनियरिंग कन्सलटेन्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को जिम्मेदारी सौपी है। गोमतीनगर एवं लखनऊ जंक्शन, चारबाग और काठगोदाम स्टेशन के पुनःविकास का कार्य रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी को सौपा गया है। स्टेशन पुनःविकास का उद्देश्य सिटी सेंटर की तरह निर्मित करना है। जो कि नगर के दोनों भागों को एक दुसरे से मिलाने का कार्य करेगा।
- यात्रियों के लिए बनेगा रूफ प्लाजा, सीधे प्लेटफॉर्म से जुड़ा होगा।
- स्टेशन के दोनों तरफ यात्रियों के आवागमन हेतु दरवाजा होगा।
- एयरपोर्ट की तरह यात्रियों की सुविधा के लिए लाउंज निर्मित किये जायेंगे।
- शापिंग काम्प्लेक्स, होटल, पार्किग कीविशेष सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएगी।
पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने कहा कि, रेलवे स्टेशन को पुनःविकसित करने का प्रारूप बनाया गया है। निजी एजेंसी को प्रारूप तैयार करने के अतिरिक्त निर्माण एजेंसी का चुनाव कर लिया है। जाँच रिपोर्ट आने के पश्चात छह स्टेशनों पर कार्य प्रारंभ होगा।