रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से लखनऊ के सरोजनीनगर में सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस के उत्पादन का रास्ता साफ हो गया है। ब्रह्मोस मिसाइल का निर्माण उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कारिडोर के तहत सरोजनीनगर क्षेत्र में किया जाएगा।
सरोजनीनगर में 80 हेक्टेयर जमीन चिन्हित:
उत्तर प्रदेश सरकार ने रक्षा तथा एयरोस्पेस इकाई एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति-2018 (यथासंशोधित) के प्रावधानों में ढील देते हुए डीआरडीओ ब्रह्मोस, रक्षा मंत्रालय के पक्ष में इस जमीन को निशुल्क एक रुपये के टोकन वार्षिक लीज रेंट पर देने का फैसला किया है।
इस नीति के तहत डीआरडीओ ब्रह्मोस को भूमि खरीदने पर स्टांप ड्यूटी में 100 प्रतिशत देने के प्रस्ताव को भी मंजूर दी गई है।इसके लिए सरोजनीनगर में 80 हेक्टेयर जमीन भी चिन्हित कर ली गई है।
डीआरडीओ(DRDO) करेगा 9300 करोड़ का निवेश:
इस परियोजना में DRDO पांच से साल सालो के अंदर लगभग 9300 करोड़ का निवेश करने जा रहा है। रक्षा के क्षेत्र में विदेशी निर्भरता को खत्म करने की दिशा में ये एक अच्छा कदम है।
15000 लोगों को मिल सकेगा रोजगार:
इस परियोजना के बन जाने के बाद सुपर सोनिक मिसाइल ब्रह्मोस का उत्पादन लखनऊ शहर में होगा। इस में लगभग 500 से ज्यादा इंजीनियर और टेकनिसियन को सीधा और लगभग 15000 से ज्यादा लोगो को परोक्ष रूप में रोजगार मिल सकेगा।