लखनऊ 9 जनवरी 2023: लखनऊ-वाराणसी हाईवे पर आर्चिड वैली नाम से आवासीय योजना संचालित करने वाली वसुंधरा ग्रुप ने एक ही परिवार के दंपती समेत 6 लोगों से 45.37 लाख ठग लिए। 5 वर्ष पश्चात भी प्लॉट नहीं दिया गया। पीड़ित ने विभूतिखंड थाने में शनिवार को एमडी सुधीर सिंह, जनरल मैनेजर अफजल, मैनेजर शशांक, कर्मचारी शिल्पी, सारिका एवं अन्य अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज कराया है।
स्थायी रूप से गाजीपुर जिले के सैदपुर स्थित ग्राम हसनपुर के रहने वाले सच्चिदानंद इंफोसिस में काम करते हैं। उन्होंने कहा कि, 2012 से 2019 तक भिन्न- भिन्न ग्राहकों की सेवा हेतु ऑस्ट्रेलिया में प्रतिनियुक्ति पर रह चुके हैं। पत्नी स्वीटी लखनऊ में कानपुर रोड स्थित एलडीए कॉलोनी में निवास करती हैं।
जुलाई 2014 में सच्चिदानंद लखनऊ आए थे। उसी समय वसुंधरा ग्रुप का विज्ञापन देखा। कंपनी गोर्साइंगंज स्थित शेखनापुर गांव में ऑर्चिड वैली के नाम से एक आवासीय योजना तैयार कर रही थी। जानकारी हेतु नंबर पर संपर्क किया तो एसोसिएट पूजा ने दफ्तर में मिलने की बात बताई। सच्चिदानंद, पत्नी व नजदीकी रिश्तेदारों के साथ अशोक मार्ग स्थित वसुंधरा ग्रुप के कार्यालय पहुंचे, जहां उनकी भेंट एमडी सुधीर सिंह व अन्य से हुई।
उचित योजना देख बड़ी बहन डॉ.कालिंदी देवी, भांजे अनूप कुमार, पत्नी की बड़ी बहन इंदु कुमारी व साथी रूपेश ने भी योजना में निवेश का विचार व्यक्त किया। सभी ने 10-10 हजार रुपये एडवांस जमा किया।
सितंबर 2014 से नवंबर 2017 के बीच सभी ने 45.37 लाख रुपये का पेमेंट कर दिया। जनवरी 2018 में पीड़ित ने उस स्थान का निरीक्षण किया तो कोई काम नहीं मिला।
संपर्क करने पर एमडी ने दिसंबर 2019 तक की समय सीमा बताई। वर्ष 2017 में कंपनी ने अपना कार्यालय विभूतिखंड स्थित एल्डिको कॉरपोरेट चेंबर में बना लिया। निरंतर बहाने बाजी पर पीड़ितों ने विभूतिखंड थाने में शिकायत की थी।