होटल के 5वें फ्लोर पर की जा रही थी एलपीजी की आपूर्ति,नोजल में धमाके के पश्चात लगी आग,10 लोग घायल

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लखनऊ 8 जनवरी 2023: लखनऊ में एलपीजी सिलेंडर से अवैध माध्यम द्वारा 5वें फ्लोर पर की जा रही आपूर्ति से बाराबिरवा क्षेत्र में स्थित इंपीरियो ग्रांड होटल के रसोईं में शुक्रवार शाम तीव्र धमाका हुआ। नोजल में हुआ धमाका इतना प्रभावशाली था कि 10 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इमारत का शीशा रोड पर गिरने से 4 वाहन भी क्षतिग्रस्त हो  गये। जानकारी पर गयी पुलिस ने घायलों को लोकबंधु हास्पिटल भेजवाया। धमाके के पश्चात होटल में आग लग गई। बचत यह रही कि आग गंभीर रुप धारण नहीं कर पायी। अग्निसमन वाहन के आने से पूर्व आग को बुझा लिया गया था ।

प्रभारी निरीक्षक कृष्णानगर विक्रम सिंह के अनुसार, होटल में शुक्रवार सायं लगभग साढ़े चार बजे रसोईं में गैस का नोजल फट गया। जिसकी वजह से किसी का सिर फटा तो किसी का चेहरा झुलसा। दुर्घटना में नीतू,शिवांगी,पवन, हिमांशु, रौनक, ओम प्रकाश, राजकमल, शुभम, रोहन व इस्लामुद्दीन घायल हुए हैं। सभी को लोकबंधु हास्पिटल में दाखिल कराया गया है। पुलिस ने कहा कि, होटल मालिक हमीरपुर का रहने वाला शिवम गुप्ता हैं, उनसे संपर्क किया गया है। उनके पिता उच्चाधिकारी हैं। उनकी अनुपस्थिति में होटल प्रबंधक अभिषेक सिंह सम्बंधित कार्य देखते हैं।

धमाके से होटल के कमरों में उपस्थित स्टाफ में खलबली मच गई। रसोईं में लगा शीशा 5वें फ्लोर से रोड पर जा गिरा। इमारत के पिछले भाग में लगे समस्त शीशे व टाइल्स भी टूट गये। रोड पर खड़े 5 वाहन क्षतिग्रस्त हो गये। पुलिस के अनुसार, होटल में मात्र 20 कमरे हैं, उनमें से 3 ही बुक थे। जबकि दुर्घटना के समय होटल के किसी कमरे में कोई उपस्थित नहीं था। जो घायल हुए हैं, उनमें गैस पाइपलाइन ठीक करने वाले व अन्य कर्मचारी हैं। होटल में धमाके के कारण हाई वोल्टेज लाइन का तार टूट कर जमीन पर जा गिरा, जिसकी सूचना मिलने पर विधुत विभाग ने आपूर्ति बंद की।

 फायर एग्जिट का इंतजाम नहीं

होटल में आग से सुरक्षा के उपकरण केवल दिखावे हेतु हैं, क्योंकि पाइप में पानी की आपूर्ति का कोई कनेक्शन ही नहीं था। जबकि वहां लगे अग्निशमन उपकरण की सहायता से आग को वक्त रहते नियंत्रित कार लिया गया। होटल में ऊपरी मंजिल तक जाने हेतु मेन गेट से गुजरते हुए जाना पड़ता है। उसका एक प्रवेश द्वार और था, जिसको होटल प्रशासन की ओर से बंद रखा गया था। इसलिए दुर्घटना अगर बड़ी होती तो परिणाम खतरनाक हो  सकता था। एवं फायर एग्जिट वाले रास्ते पर बालकनी बनी है। इस स्थिति में व्यक्ति केवल कूद सकता है।

सीएफओ मंगेश कुमार ने कहा कि, होटलों की सूची देखी जाएगी कि जिन होटलों को नोटिस दिए गए थे, उनमें यह होटल शामिल है अथवा नहीं। अगर नहीं है तो होटल को नोटिस दिया जाएगा। इसका परीक्षण कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।