Lucknow Samachar 21 मार्च 2023: उत्तर प्रदेश विधान परिषद का सदस्य कवि कुमार विश्वास नही बनना चाहते है। कुमार विश्वास ने भाजपा की ओर से उन्हें दिए गए प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है।
दूसरी तरफ विगत 10 माह से परिषद की 6 सीटों पर मनोनयन लंबित है। मनोनीत कोटे की 6 सीटों में कवि, लेखक, सांस्कृतिक कलाकार समेत अन्य क्षेत्र से लोगों को मनोनीत करने का विधान परिषद में प्रावधान है। 26 मई 2022 से परिषद में मनोनीत कोटे की 6 सीटें रिक्त हैं ।
भाजपा एवं यूपी सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, एमएलसी बनाने का प्रस्ताव कुमार विश्वास को दिया गया था। लेकिन प्रदेश की राजनीति कुमार विश्वास नहीं करना चाहते है।
राष्ट्रीय राजनीति में उनकी ख्वाहिस है। इसलिए एमएलसी बनने का प्रस्ताव उन्होंने अस्वीकार कर दिया है । भाजपा के उनके कुछ खास साथी उन्हें मनाने की कोशिश भी कर रहे हैं। एमएलसी के पैनल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा के बेटे साकेत मिश्रा का भी नाम है। आईपीएस की नौकरी छोड़कर आईआईएम ग्रेजुएट साकेत ने बैंक की नौकरी शुरू की थी।
भोजपुरी गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी का नाम भी एमएलसी के लिए पैनल में रहा है। राजनीतिक क्षेत्र से भाजपा के बृज के क्षेत्रीय अध्यक्ष रजनीकांत माहेश्वरी का नाम ,कानपुर-बुंदलेखंड क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह का नाम भी सम्मिलित है।
मनोनीत कोटे से एक दलित, एक महिला एवं एक पिछड़े वर्ग के नेता की भी नियुक्ति की जाएगी। परिषद में सदस्यों का मनोनयन कुछ नामों पर सहमति नहीं बनने के कारण नहीं हो पा रहा है। आने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी इस पर जातीय संतुलन बैठाने हेतु विचार कर रही है।
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