धनतेरस पर लखनऊ का बाजार हुआ गुलजार, 3000 करोड़ से ज्यादा का कारोबार

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लखनऊ 3 नवंबर: दीपावली खुशियों का त्योहार है। इस पर्व के मौके पर लोग अपने घरों में कुछ न कुछ नई चीज खरीदते हैं। कोरोना से प्रभावित रहे बाजार में धनतेरस के मौके पर जबर्दस्त उत्साह देखा गया। एक ही दिन में लोगों ने 3000 करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीदारी कर डाली। इसे कोरोना से प्रभावित रहे कारोबार के लिए मंदी से उबरने में काफी मदद होगी।

सर्राफा सेक्टर में सबसे ज्यादा कारोबार हुवा:

इस बार धनतेरस पर सोने का रेट 49,500 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा। पिछली बार यह रेट करीब 53 हजार रुपये था। रेट कम होने के कारण लोग खरीदारी के लिए भी आए। कुल सर्राफा का कारोबार लगभग 850 करोड़ का हुआ। त्योहारीसीजन में बिक्री बढ़ने से व्यापारियों के चेहरे खिले दिखे।

कार व दोपहिया खूब बीके:

धनतेरस के मौके पर करीब 2674 दो पहिया वाहन लखनऊ के लोगों ने खरीदे। वहीं 713 कारों की भी बिक्री इस मौके पर हुई। बीएमडब्लू, ऑडी, स्कोडा, टोयोटा, मारुति, ह्यूंडई, हॉन्डा समेत कई ब्रांड की कारें खूब पसंद की गईं। दोपहिया में सबसे अधिक लोगों की पसंद रॉयल इनफील्ड रही। इसके अलावा हीरो, हॉन्डा, टीवीएस व बजाज की गाड़ियां के शोरूम पर भी भीड़ देखी गई।

यह आंकड़ा और भी बड़ा हो सकता था यदि वाहन निर्माता कंपनियां बाजार की मांग पूरी कर पातीं। चार पहिया वाहन बनाने वाली कंपनियों के उत्‍पादन पर कोरोना का ऐसा ब्रेक लगा कि वह मांग पूरी नहीं कर सकीं । पहली बार ऐसा हुआ कि मांग ज्‍यादा थी और आपूर्ति कम। चार पहिया वाहनों में चार से छ‍ह महीने की वेटिंग लिस्‍ट है।

इस बार धनतेरस में ऑटोमोबाइल सेक्टर ने लोगों को काफी मायूस किया। शोरूम पर वाहन लेने पहुंचे काफी खरीदारों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। मांग के अनुरूप आपूर्ति न होने के कारण यह स्थिति देखने को मिली। चारबाग स्थित हुंडई शोरूम के सुनील कालरा ने बताया कि आपूर्ति न होने के कारण लोगों को काफी मायूसी हुई है। खरीदार वापस लौट रहे हैं।

खूब बिकीं लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएं:

धनतेरस के पहले दिन बाजारों में लक्ष्मी गणेश की प्रतिमाओं की दुकानें बिक्री के लिए सज गईं। दुकानों पर ग्राहकों की अच्छी भीड़ रही। शहर में ज्यादातर लक्ष्मी, गणेश, शिव पार्वती आदि देवी-देवताओं की प्रतिमाएं ज्यादा बिकीं। मूर्तियों की कीमत 50 रुपये से लेकर आठ हजार रुपये थी। इस बार बाजार में चाइना के आयटमों की कमी रही।

करोड़ के बर्तनों की हुई बिक्री:

धनतेरस के मौके पर बर्तनों की खरीदारी का अलग ही महत्व है। शहर के लोगों ने भी इस मौके पर बर्तनों को खरीदा। खरीदारी के लिए यहियागंज, हजरतगंज, नरहीं, आलमबाग, ठाकुरगंज, इंदिरानगर, चिनहट, गोमती नगर, डालीगंज, सदर, अलीगंज, तेलीबाग, आशियाना, राजाजीपुरम में बर्तन की दुकानों पर खूब भीड़ दिखी। व्यापारियों के अनुमान के मुताबिक, धनतेरस के मौके पर करीब 250 करोड़ के बर्तन बिके।

रात तक हुई खरीदारी:

धनतेरस को लेकर शाम को भारी संख्या में लोग बाजारों में पहुंचे। बर्तनों की दुकानों पर भी देर शाम को ही भीड़ देखने को मिली। यहियागंज के जियालाल बर्तन वाले के मालिक संजय अग्रवाल ने बताया कि इस बार ग्राहकों की मांग स्टील के कूकर व कड़ाही की रही। नजीराबाद व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष व कन्हैयालाल प्राग दास के मालिक मुकेश अग्रवाल ने बताया कि बाजार में दोपहर एक बजे से रात 10 बजे के बीच करीब दो करोड़ के बर्तन बिके। उनके दुकान पर तांबे के बर्तन की भी खूब मांग रही। एल्यूमिनियम की जगह लोग स्टील के बर्तन को खरीदते दिखे।