UPEIDA द्वारा संचालित एक्सप्रेसवे पर अब एक्सीडेंट होंगे बहुत कम, घटनायें समाप्त करने के लिए किये गये काफी प्रयास

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लखनऊ 15 जनवरी 2023: बीते कुछ दिनों से कोहरा के कारण एक्सप्रेसवे पर अक्सर एक्सीडेंट हो रहे है, जिस पर विचार करते हुए यूपीडा द्वारा आगरा-लखनऊ, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखण्ड एक्सप्रेसवे पर निम्न सुरक्षा को लेकर कोशिश और तीव्र की गयी है।

यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अफसर अरविन्द कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि, एक्सप्रेसवे पर अनुचित खड़ी गाड़ियों को रोजाना निरंतर पेट्रोलिंग दल द्वारा हटवाया जाता है। टोल प्लाजा पर स्थापित पब्लिक एड्रेस सिस्टम से गाड़ी ड्राइवरों को उचित दिशा एवं गति सीमा में चलने,गलत दिशा में न चलने,सीट बेल्ट पहनने, गाड़ी चलाते समय मोबाईल का उपयोग न करने व नशे की स्थिति में गाड़ी न चलाने हेतु जागरूक किया जाता है।

 पशुओं हेतु की गई व्यवस्था

कैटल कैचर टीम एवं सुरक्षा कर्मियों द्वारा मुख्य मार्ग एवं राईट आफ वे इलाके में आने वाले पशुओं को वहां से  हटाकर इलाके से बाहर किया जा रहा है। तथा कैटल कैचर टीम द्वारा माह जनवरी 2022 से दिसम्बर 2022 तक आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर कुल 2076 पशु एवं पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर कुल 4995  पशुओं को पकड़कर गौशाला के सुपुर्द किया गया है।

यात्रियों की सुविधा के नजरिये से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर वर्कशाप के 10 पिकप वाहन 24 घण्टे मौजूद  रहते है, जो गाड़ियों के बिगड़ने,टायर फटने, पंचर,डीजल एवं पेट्रोल ख़त्म होने और ब्रेकडाउन होने की अवस्था में  अविलम्ब मौके पर जाकर मदद करते हैं।

इसलिए यात्रियों के मंजिल पर जल्द रवाना होने की वजह से अन्य एक्सीडेंट को समाप्त करने की सुविधा की गयी हैं। जनवरी 2022 से दिसम्बर 2022 तक आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर करीब 15000 गाड़ियों और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर 12200  गाड़ियों को मंजिल पर रवाना किया गया।

 मौके पर पहुंचाई जाती है एंबुलेंस

एक्सप्रेसवे पर एक्सीडेंट की जानकारी प्राप्त होते ही सुरक्षा कर्मियों द्वारा एम्बुलेन्स मौके पर ही उपलब्ध कराकर  सुविधा दी जाती है। सुरक्षा उपकरण पहनकर यातायात उचित तरीके से चलाया जाता है। एक्सप्रेसवे पर घायल व्यक्तियों का प्राथमिक इलाज करने के पश्चात उन्हें अविलम्ब निकटवर्ती अस्पताल में अच्छे उपचार हेतु   पहुंचाया जाता है।

जनवरी 2022 से दिसम्बर 2022 तक कुल 1606 घायलों को हास्पिटल भेजवाया गया है। एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा कर्मियों द्वारा आने-जाने वाली गाड़ियों पर वक़्त-वक़्त पर अभियान चलाकर सुरक्षा टेप लगाये जाते हैं। सड़क सुरक्षा अभियान के तहत एक्सप्रेसवेज पर आने-जाने वाले गाड़ी ड्राइवरों की सुरक्षा के लिए पैम्प्लेट भी बांटे जाते हैं।

इसके अतिरिक्त एक्सप्रेसवे पर सड़क सुरक्षा के तहत चिन्हित स्थानों पर जरुरी साइनेज गति सीमा संकेतक चिन्ह भी स्थापित किये गए है। एक्सप्रेसवे पर वक़्त-वक़्त पर जिले की पुलिस या परिवहन अफसरों की सहायता से गाड़ी ड्राइवरों की श्वास जाँच ब्रीथ एनालाईजर से करवायी जाती है।