लखनऊ 28 नवम्बर 2022: आहारनाल के कैंसर से परेशान 60 साल के बुजुर्ग को केजीएमयू के चिकित्सकों ने दूरबीन विधि से सफलतापूर्वक आपरेशन कर नया जीवन दिया है। देश में पहली बार कैंसर सर्जरी में इस तरह की तकनीक उपयोग की गई है। अयोध्या मंदिर के 60 वर्षीय पुजारी को कुछ समय से खाना खाने में दिक्कत हो रही थी। कुछ दिनों पश्चात तरल आहार लेने में भी उन्हें दिक्कत होने लगी।
जांच करवाने पर पता चला कि उन्हें आहारनाल में कैंसर की गांठ बन गई है। बीमारी तीसरे स्टेज तक पहुंच गई थी। केजीएमयू में मरीज को कीमोथेरेपी और रेडियोथैरेपी देकर गांठ छोटी की गई। इसके पश्चात अक्टूबर में आपरेशन हेतु शताब्दी फेज-दो के सर्जिकल आंकोलाजी विभाग में भेज दिया गया।
सर्जिकल आंकोलाजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विजय कुमार और एसोसिएट प्रोफेसर डा. शिव राजन ने मरीज की जांच के पश्चात् दूरबीन विधि से आपरेशन की योजना तैयार की। प्रो. शिवराजन के अनुसार,ज्यादातर इस प्रकार के आपरेशन में छाती को 15 से 20 सेंटीमीटर का चीरा लगाकर खोला जाता है। इसके अतिरिक्त दूरबीन की सहायता से छाती में चार से पांच छिद्र किए जाते हैं और छाती में गैस डाली जाती है।
आहार नली निकालने के लिए पांच सेंटीमीटर तक छिद्र को बड़ा किया जाता है। इस मामले में दूरबीन विधि से चार सेंटीमीटर के एक छिद्र से ही बिना गैस का उपयोग किए सफलतापूर्वक आपरेशन किया गया। इस पुरे आपरेशन में छह घंटे का वक़्त लगा। आपरेशन में पेट के खाने के रास्ते की नली बनाकर दूरबीन की सहायता से छाती में जोड़ा गया।
10 दिनों तक देखरेख में रखने के पश्चात् मरीज अब पूरी तरह ठीक होकर डिस्चार्ज हो गया है एवं मुंह से भोजन भी करने लगा है। इस आपरेशन में प्रो. शिवराजन, एनेस्थीसिया विभाग के प्रोफेसर अजय चौधरी, डा. रोहित, डा. अंकुर चौहान, डा. सारस्वत तिवारी, स्टाफ नर्स कृष्णा और अमित इत्यादि सम्मिलित रहे।