छात्रा से लगातार 20 घंटे बस में ऑनलाइन ट्रैकिंग कर सवकुशल घर पहुंचाया।

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लखनऊ 28 दिसम्बर 2022: राजस्थान के कोटा से गोरखपुर के रहने वाले भाई-बहन बस में चढ़े। इसमें चढ़े 3 युवक इन्हें तंग करने लगे। जिस पर छात्रा ने राजस्थान के वन स्टॉप सेंटर को जानकारी दी, जहां से लखनऊ को सूचित किया गया। इसके पश्चात यहां की प्रशासनिक अधिकारी समेत 3 सदस्यों का दल छात्रा व उसके भाई से  निरंतर 20 घंटे जुड़ा रहा। इस वक़्त बस की निरंतर ट्रैकिंग की जाती रही। मंगलवार को दोनों को लखनऊ में सवकुशल लाकर सेंटर पहुचाया गया। यहां बयान दर्ज कराने के पश्चात बस से गोरखपुर भेजा गया। रात में दोनों सवकुशल पिता के पास पहुंच गए।

वन स्टॉप सेंटर की मैनेजर अर्चना सिंह के अनुसार, उन्हें जानकारी मिली कि गोरखपुर की छात्रा व उसका भाई कोटा में मेडिकल की कोचिंग करते हैं। छात्रा को 3 युवक तंग कर रहे थे। इनसे तंग आकर भाई-बहन ने पढ़ाई छोड़ने का निर्णय किया एवं सोमवार को ट्रेवेल्स एजेंसी की बस पर सवार हुए। थोड़ी दूर पर युवक भी बस में चढ़ गए और छात्रा को रेप और जान से मारने की धमकी देने लगे। विरोध पर एक शोहदा तमंचा दिखाने लगा।

जिस पर छात्रा ने राजस्थान के वन स्टॉप सेंटर को कॉल कर जानकारी दी। वहां से रात्रि 11.30 बजे अर्चना सिंह को  सूचना दी गई। इसके पश्चात फ़ौरन वन स्टॉप सेंटर की सिपाही रंजना व रेस्क्यू दल की सदस्य मिताली अवस्थी को लगाया गया। अर्चना भी निरंतर छात्रा से जुडी रहीं।

अर्चना सिंह के अनुसार युवकों को शक न हो, इसलिए व्हाट्सएप व एसएमएस  की मदद ली। वह छात्रा के मोबाइल पर निरंतर मैसेज कर सूचना प्राप्त करती रहीं। एक टीम ऑनलाइन बस की ट्रैकिंग कर रही थी। मंगलवार प्रातः 8.45 बजे बस ट्रांसपोर्टनगर स्थित शहीद पथ के मोड़ पर आने से 1 घंटे पूर्व ही वन स्टॉप सेंटर की टीम आ गयी थी।  जिसके पश्चात छात्रा व उसके भाई को सवकुशल उतारकर सेंटर लाया गया। यहां बयान दर्ज करवाकर पिता से बात करवाई गई।

छात्रा ने कहा कि तीनों युवक उसके हॉस्टल के सामने पीजी में रहते हैं। उसने वार्डेन से शिकायत की, पर कुछ नही किया गया। भाई से वार्ता कर पिता को जानकारी दी। उन्होंने घर वापस आने को कहा। अर्चना सिंह के अनुसार, दोपहर1 बजे भाई-बहन को आलमबाग बस स्टेशन भेजकर बस में बैठाया गया। ड्राईवर व कंडेक्टर को निर्देश दिया गया कि दोनों को सवकुशल गोरखपुर में इनके पिता को सौपें। दल ड्राईवर,कंडेक्टर से फोन पर निरंतर जुड़ा रहा। मंगलवार रात लगभग 8 बजे दोनों पिता के पास सवकुशल पहुच गये। तीनों ने वन स्टॉप सेंटर के दल को  धन्यवाद दिया।