लखनऊ 08 दिसम्बर 2022: सिटी बस की तरह परिवहन निगम भी अपने खेमे में इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करेगा। बसों को अभी 200 किमी के अन्दर संचालित करने की योजना है। इनको संचालित करने हेतु परिवहन निगम के एक अधिकारी पुणे भेजे गए हैं, जहां इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के संबंध में सर्वे करके रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
परिवहन निगम के अधिकारी कहते हैं कि पुणे में इलेक्ट्रिक बसों का खेमा अत्यधिक विशाल है और वहां बहुत सटीक तरीके से बसों को चलाया जाता है। इसलिये परिवहन निगम वहां की तैयारियों की जानकारी कर उस मॉडल को लखनऊ में भी शुरु करना चाहता है। इस कार्य हेतु प्रधान प्रबंधक (प्राविधिक) अजीत सिंह पुणे गये है। उन्होंने कहा कि वे वहां इलेक्ट्रिक बसों को चलने के संबंध में आने वाली परेशानियों के बारे में रिपोर्ट तैयार करेंगे।
उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम के बेड़े में लगभग 12 हजार बसें हैं, जो डीजल से चलती हैं। परिवहन निगम सिटी बसों की तरह इलेक्ट्रिक बसें भी संचालित करना चाह रहा है। इससे डीजल पर हर साल खर्च होने वाले करोड़ों रुपये की बचत होगी। एवं पर्यावरण संरक्षण को भी बल मिलेगा।
5 शहर इलेक्ट्रिक बसों से जुड़ेंगे
इलेक्ट्रिक बसों को एक बार चार्ज करने पर दो सौ किलोमीटर तक संचालित किया जा सकता है। इसलिए अधिकारी पहले दौर में इलेक्ट्रिक बसों को इन क्षेत्रों में चलाने की योजना बना रहे हैं। इसमें सीतापुर, अयोध्या, लखीमपुर, हरदोई, कानपुर शामिल हैं। साथ ही साधारण बसों से इनका किराया भी कम हो सकता है।
इन परेशानियों का करना होगा उपाय
अधिकारी बताते हैं कि, अंतरजनपदीय इलेक्ट्रिक बसों के संचालन में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। इसमें चार्जिंग प्वॉइंट एक बड़ी चुनौती है। एक चार्जिंग प्वॉइंट पर 1500 केवी का कनेक्शन लेना होगा, जिसके लिए ढाई करोड़ रुपये तक खर्च होंगे। वहीं इलेक्ट्रिक बसें भी कीमती हैं। एक बस 85 लाख रूपए की है। इस प्रकार 40 बसों के एक डिपो पर लगभग 34 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे।