लखनऊ 03 दिसम्बर 2022: लखनऊ चिड़ियाघर 29 नवंबर२ 2022 को 102 वर्ष का हो गया एवं अब उसे अन्य स्थान पर पहुचाने करने की योजना है। शासन की ओर से भेजे गये प्रस्ताव के अनुसार, 102 साल पुराने चिड़ियाघर को अन्य स्थान पर स्थापित किया जाएगा.लखनऊ चिड़ियाघर जिसका पूरा नाम नवाब वाजिद अली शाह जूलॉजिकल गार्डेन है, उसे अब हजरत गंज से कुकरैल में स्थापित किया जाएगा।
केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण को ये प्रस्ताव भेजा गया है.प्रस्ताव स्वीकृत होने के पश्चात नए चिड़ियाघर पर कार्य प्रारम्भ होगा.कुकरैल में स्थापित होने वाला नया चिड़ियाघर 150 एकड़ का होगा। इसके अतिरिक्त 350 एकड़ में नाइट सफारी को भी बनवाया जायेगा.चिड़ियाघर बन जाने के पश्चात पुराने चिड़ियाघर से 1 हजार से ज्यादा जानवरों को स्थानांतरित किया जाएगा। शासन ने यह फैसला शहर के बीचों बीच वाहनों का बढता प्रदुषण, यातायात समस्या और शोरशराबे के कारण लिया है। नए चिड़ियाघर में जानवरों को कुकरैल में शांत वातावरण एवं ज्यादा हरा भरा पर्यावरण व
नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उधान[ लखनऊ चिड़ियाघर] यूपी की राजधानी लखनऊ में है औऱ राज्य का सबसे पुराना चिड़ियाघर है। 1921 में निर्मित यह चिड़ियाघर 29 हेक्टेयर तक़रीबन 71 एकड़ में है। वाजिद अली शाह अवध के नवाब थे। सेंट्रल जू अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने बताया, कि ये सबसे बड़े चिड़ियाघरों में से एक है। यह लखनऊ में 29 नवंबर 1921 को प्रिंस ऑफ वेल्स के आने की स्मृति में निर्मित कराया गया था।