लखनऊ में चल रहे अवैध 19 निजी अस्पताल बन्द होंगे। इनके खिलाफ स्वास्थ्य विभाग क़ानूनी कार्रवाई करेगा। जिला प्रशासन के निर्देशन में कुछ माह पहले राजधानी में निजी अस्पतालों के खिलाफ अभियान चला कर चेक किया गया था। जिसमें इन अस्पतालों में बड़ी खामियां मिली थीं। कई अस्पतालों के पास अग्निशमन विभाग की एनओसी तक नहीं है।
जिलाधिकारी ने लगाई मुहर:
स्वास्थ्य विभाग की फाइल पर जिलाधिकारी (DM) ने मुहर लगा दी है। इसके अलावा शहर के 11 अन्य अस्पताल भी स्वास्थ्य विभाग की जांच के अंदर हैं। अस्पतालों में मानक पूरा ना होने पर विभाग इन्हें भी बंद कराएगा. बता दें कि राजधानी में 1200 से अधिक निजी अस्पताल में से 100 अस्पताल ही मानक पूरा करते हैं।
इन अस्पतालों की होगी जांच:
लखनऊ के इन अस्पतालों को दोबारा मानकों पर चेक करने बाद ही पंजीकरण का नवीनीकरण किया जाएगा। ये अस्पताल है शेफालिया, चंद्रा हॉस्पिटल, हिमसिटी, हर्बल हॉस्पिटल, न्यू तुलसी, न्यू एशिया, दीपक लाइफ सांइसेंस, एसएन हॉस्पिटल, लखनऊ हॉस्पिटल, जैना हॉस्पिटल, लक्ष्य कैंसर हॉस्पिटल।
इन अस्पतालों पर कार्रवाई:
जिन अस्पतालों पर कार्यवाही हुई है वो इस प्रकार से है सम्राट, हॉस्पिटल, बेस्ट केयर, वेलकम, गैलेक्सी, शालिनी, प्रभाकर, उजाला, सिमना, इकाना, मेडिविन सनफोर्ड, साधना, उन्नति, उजाला, काकोरी हॉस्पिटल समेत 19 अस्पताल बंद किए जाने की तैयारी है। इन अस्पतालों में एमबीबीएस डॉक्टर और कुशल स्टाफ के साथ अन्य खामियां भी सामने आई हैं.