लखनऊ 23 दिसम्बर 2022: प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा का क्लेम पाने हेतु जालसाजों ने 242 जाली मृत्यु प्रमाणपत्र संलग्न कर इंडिया फर्स्ट इंश्योरेंस कंपनी से लगभग चार करोड़, 84 लाख रुपये का क्लेम पाने का प्रयास किया। बीते कुछ दिनों में अचानक अत्यधिक तादात में आवेदन प्राप्त होने पर कंपनी ने आडिट किया तब मालूम हुआ की समस्त प्रमाणपत्र जाली हैं। इसके पश्चात साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया गया ।
मौत के पश्चात बीमा कराया गया
इंस्पेक्टर मुस्लिम खां ने कहा कि, बीमा कंपनी की ब्रांच विभूतिखंड के साइबर टावर में है। कंपनी के लीगल वाइस प्रेसीडेंट वीरल एम जोशी की तहरीर पर केस दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी बैंक आफ बड़ौदा और उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक से सम्बंधित है। बीते कुछ दिनों में अचानक काफी तादात में क्लेम के आवेदन प्राप्त हुए तब कुछ शक हुआ। इसके पश्चात आडिट हुई, तब मालूम हुआ कि क्लेम लेने हेतु जो मृत्युप्रमाण पत्र व्यक्तियों के संलग्न हैं वह जाली हैं।
इसमें काफी तादात में इस प्रकार के व्यक्ति भी जुड़े हैं जिनका बीमा उनकी मौत के पश्चात कराया गया था। जाँच में जानकारी हुई कि आफरीन नाम की एक महिला का बीमा जुलाई 2021 में हुआ था, परन्तु उसकी मौत 2019 में ही हो गई थी। यह तो एक उदाहरण हैं। काफी तादात में लोगों का इस प्रकार से बीमा कराया गया।
जाली मृत्यु प्रमाणपत्र तैयार किये गये
पुलिस और कंपनी की जाँच में मालूम हुआ कि यह मृत्यु प्रमाणपत्र जाली वेबसाइट से तैयार किये गये हैं। यह वेबसाइट मार्च 2022 में पंजीकृत हुई थी। बेंगलुरु की एक आइटी फर्म की सहायता से यह वेबसाइट तैयार की गयी थी।