लखनऊ 08 दिसम्बर 2022: बंगलादेश से आकर लखनऊ में वारदात करने वाले दो डकैतों को एसटीएफ ने बुधवार को हिरासत में लिया है। पकड़े गए डकैत जेल में बंद सहयोगी की जमानत कराने हेतु जाली पेपर बनवाने के अतिरिक्त जमानतदार ढूढने की कोशिश में थे। एसटीएफ को आरोपियों के पास से जाली आधार कार्ड और पैन कार्ड प्राप्त हुये हैं। जिन्हें दिल्ली के किसी व्यक्ति ने बीस हजार रुपये में बनवा कर उपलब्ध कराया था।
सीओ धर्मेश शाही के अनुसार, कमता चौराहे के निकट बुधवार को बंगलादेश में वागेरहत का रहने वाले मो. बिलाल और बंगलादेश के पिरिसपुर का रहने वाले एस खान को हिरासत में लिया गया। आरोपियों के पास से जाली पैन और आधार कार्ड प्राप्त हुए हैं। मो. बिलाल ने एसटीएफ को अवगत कराया कि प्राप्त हुए कागजात उसने दिल्ली के रहने वाले राजकुमार गुप्ता की सहायता से बनवाया था।
सीओ धर्मेश शाही ने कहा कि, 11 अक्टूबर 2021 को चिनहट, गोमतीनगर और डीसीपी पूर्वी की क्राइम टीम ने डकैल रवीउल उर्फ रुबेल, आलम उर्फ अलआमीन और रबीउल को हिरासत में लिया था । ये सब लोग बंगालदेश के निवासी हैं। गिरोह का सरदार हमजा पुलिस की आँख में धुल झोंककर भाग गया था। जिसे 18 अक्टूबर 2021 में पुलिस ने एनकाउंटर में मार डाला था।
पूछताछ करने पर बिलाल ने कबूला कि, हमजा की मौत के पश्चात वह बंगलादेश फरार हो गया था। परन्तु उसका ममेरा भाई रवीउल शेफ उर्फ रुबेल जेल में बंद था। जिसकी जमानत कराने हेतु वह वापस आया था। जमानत के लिए जाली पेपर बनवाने की कोशिश बिलाल कर रहा था।
सीओ ने कहा कि बिलाल और उसके सहयोगियों ने विभूतिखंड में गन्ना एवं चीनी विभाग के अभियंता योगेंद्र कुमार श्रीवास्तव और चिनहट में फूड इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह के घर डकैती की घटना को अंजाम दिया था।