लखनऊ 29 दिसम्बर 2022: एफसीआई (भारतीय खाद्य निगम) में नौकरी लगवाने के लिए जालसाजों ने जिम संचालक से 8 लाख रुपये ठग लिए। जालसाज लगभग 6 महीने तक उसे हरियाणा में ट्रेनिंग कराते रहे, इसके पश्चात नियुक्ति पत्र सौंपा। नियूक्ति पत्र लेकर जब जिम संचालक कार्य भार ग्रहण करने हेतु गया तो उसे जालसाजी का पता चला। पीड़ित की तहरीर पर 11 जालसाजों के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है।
कैंट के हाता रामदास में रहने वाले संतोष सिंह तेलीबाग में जिम संचालित करते हैं। संतोष के अनुसार, जिम में ही उनकी भेंट विकास सोनकर से हुई। विकास ने एफसीआइ में ऊंची पहुंच का भरोसा दिया और कहा की इंटरव्यू के पश्चात ट्रेनिंग के लिए हरियाणा भेजा जायेगा।
साल 2019 में विकास को 3 लाख रुपये दिए गए। विकास ने दिल्ली बाराखंभा में बुलाकर अमरेन्द्र सिंह नाम के व्यक्ति से मुलाकात करवायी और बताया कि, वह अधिकारी हैं। इंटरव्यू हुआ और ट्रेनिंग हेतु हरियाणा भेजा। इसी समय नीरज पांडेय, जितेंद्र और अनूप श्रीवास्वत से भेंट हुई। 6 महीने की ट्रेनिंग के पश्चात नियुक्ति पत्र दिया गया। इस दौरान ढाई-ढाई लाख रुपये 2 बार में इन लोगों ने वसूले। कार्यभार ग्रहण करने गये तो मालूम हुआ कि नियुक्ति पत्र जाली है। जालसाजी का पता चलने पर उक्त व्यक्तियों को फोन करके विरोध किया तो वह धमकी देने लगे। रुपया वापस मांगने पर वापस करने से इंकार कर दिया ।
इसके पश्चात पुलिस उच्चाधिकारियों को वारदात की सूचना दी ।पीड़ित संतोष की तहरीर पर विकास सोनकर, अमरेन्द्र सिंह सहित 11 लोगों के विरुद्ध महानगर कोतवाली में केस दर्ज हुआ। अनूप और जितेंद्र को एसटीएफ ने 18 दिसंबर को हिरासत में ले लिया था। वहीं ,अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस छापा डाल रही है।