नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी: यूपी-बिहार के 300 बेरोजगारों से जालसाजी कर करोड़ों रुपये ठगे।

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लखनऊ 24 नवम्बर 2022: उत्तर प्रदेश व बिहार के लगभग 300 से ज्यादा बेरोजगारों से एक कंसलटेंसी कंपनी ने ठगी की। उनको कुवैत की एक कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर लगभग 1.25 करोड़ रुपये ठग लिये। रुपये हासिल करने के बाद 28 अक्तूबर 2022 को कंपनी के निदेशक सहित समस्त लोग कार्यालय में ताला बंद कर फरार हो गये। इसका पता चलने पर पीड़ितों ने कंपनी की महिला निदेशक सहित चार जालसाज़ों के खिलाफ विभूतिखंड थाने में तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने मुकदमा  दर्ज कर लिया है। चारो आरोपियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।

प्रभारी निरीक्षक थाना- विभूतिखंड राम सिंह के मुताबिक देवरिया में वेद प्रकाश दुबे अपने परिवार के साथ  रहते हैं। वेद प्रकाश दुबे के अनुसार वह विदेश में रोजगार की तलाश कर रहे थे। इसी दौरान  उनके एक परिचित ने विभूतिखंड के रेड ब्रिज कंसलटेंट नाम की कंपनी के बारे में बताया । उसने बताया कि ये कंपनी विदेशों में खासकर खाड़ी देश में आसानी से रोजगार लगवा देती है । उसकी बात पर विश्वास कर कंपनी के कार्यालय के फोन नंबर पर  संपर्क किया। उनकी बात कंपनी की निदेशक मानसी शुक्ला से हुई। बातचीत के दौरान मानसी शुक्ला ने कुवैत की एक कंपनी में वेद प्रकाश को वेल्डर की नौकरी दिलाने की बात कही और मिलने के लिए लखनऊ बुलाया।

माह- अक्तूबर में वह लखनऊ में  रेड ब्रिज कंसलटेंट कंपनी के कार्यालय पहुंचे। कार्यालय में निदेशक मानसी के अतिरिक्त  गुरुप्रीत सिंह, शारदा एवं अंजली नाम की कर्मचारी से मिले। बातचीत के दौरान नौकरी के लिए कंपनी के लोगों ने उससे रुपये की मांग की। इस पर पीड़ित ने दो बार में 47 हजार रुपये कंपनी के लोगों को दिए। पीड़ित का आरोप है कि रुपये लेने के कुछ दिनों के बाद कंपनी ने उनको वीजा दे दिया।

28 अक्तूबर को बुलाया, बंद था कार्यालय

वेद प्रकाश के अनुसार  वीजा प्राप्त करने के बाद कंपनी के लोगों ने 28 अक्तूबर को उनको कुवैत का टिकट लेने के लिए बुलाया था। जब वह 28 अक्तूबर को लखनऊ में कंपनी के कार्यालय पहुंचे तो वहां ताला बंद था। अगल-बगल  के लोगों से पुछने पर पता चला कि कंपनी बंद हो चुकी है।

यह बात सुन वेद प्रकाश काफी घबरा गये। उन्होंने कंपनी के लोगों से लगातार बात करने का प्रयास किया परन्तु बात नहीं हो सकी। ब वीजा की छानबीन कराई तो मालूम चला कि वीजा नौकरी का न होकर टूरिस्ट वीजा है। छानबीन करने पर वेद प्रकाश को ठगी का पता चला।

300 से अधिक बेरोजगारों को बनाया निशाना

कुवैत में नौकरी के नाम पर वेद प्रकाश की तरह ही उन्नाव के रहने वाले दीपक पाल, सुल्तानपुर के रहने वाले  रमेश कुमार, अमेठी के रहने वाले  राम प्रवेश, सुल्तानपुरके रहने वाले मोहम्मद अख्तर, बस्ती के रहने वाले सेतु राम, राजेश, उन्नाव के रहने वाले राजकुमार ने 19 नवंबर को इस संबंध में डीसीपी पूर्वी प्राची सिंह से मिलकर शिकायत की। डीसीपी के आदेश पर थाना- विभूतिखंड पुलिस ने कंपनी की निदेशक मानसी शुक्ला, गुरुप्रीत सिंह, शारदा और अंजली के खिलाफ  मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पीड़ित वेद प्रकाश के मुताबिक कंपनी ने यूपी और बिहार के लगभग 300 से अधिक बेरोजगार युवकों को अपनी जालसाजी व ठगी का शिकार बनाया है