मैनपुरी में रिकॉर्ड मतों से जीतीं डिंपल, रामपुर में पहली बार खिला कमल।

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लखनऊ 09 दिसम्बर 2022: यूपी की मैनपुरी लोकसभा सीट से डिंपल यादव ने रिकॉर्ड तोड़ जीत हासिल  की है। उन्होंने भाजपा के रघुराज शाक्य को 2 लाख 88 हजार से अधिक वोटों से पराजित किया है। सबसे अधिक बदलाव आजम खान का किला कहे जाने वाले रामपुर में हुआ है। यहां पहली बार‘कमल’ खिला है। भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना ने आजम के निकटतम आसिम रजा को 25,703 वोटों से पराजित किया है। उधर, खतौली विधानसभा सीट पर सपा-रालोद गठबंधन के मदन भैया की विजय हुई है।

मैनपुरी लोकसभा के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार डिंपल यादव को 618120 वोट मिले तो वहीं भाजपा प्रत्याशी रघुराज शाक्य को 329659 वोट मिले। इस तरह से सपा ने 288461 मतों से बीजेपी को पराजित किया है। भाजपा ने मैनपुरी में विजय प्राप्त करने हेतु पूरी ताकत लगा दी थी। सीएम योगी आदित्यनाथ सहित  सरकार के अनेक मंत्रियों ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत लगा दी थी।और दूसरी तरफ मैनपुरी सीट को बचाने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने किसी प्रकार की कोई कमी नहीं छोड़ी। अपने चाचा शिवपाल यादव को साथ लाकर सपा अध्यक्ष ने सभी समीकरण ध्वस्त कर दिए।

सपा का किला माने जाने वाले अधिकतर लोकसभा क्षेत्रों पर बीजेपी अपनी विजय का झंडा लहरा चुकी है। कन्नौज, फिरोजाबाद, फर्रुखाबाद, बदायूं, इटावा, आजमगढ़ और रामपुर जैसे क्षेत्रों  में बीजेपी का कब्जा है। मैनपुरी सपा की परंमपरागत सीट कही जाती है। मुलायम सिंह से लेकर धर्मेंद्र यादव और तेज प्रताप यादव तक सांसद रहे हैं। यही कारण है कि बीजेपी यह सीट जीतकर पूरे देश में नया राजनीतिक संदेश देना चाहती थी और 2024 के लिए सूबे में एक ताकतवर राजनीतिक स्तम्भ बनाना चाहती थी।परन्तु भाजपा की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। डिंपल यादव ने भाजपा उम्मीदवार को अत्यधिक वोटों से पराजित किया है। 

मैनपुरी उपचुनाव में जीत के पश्चात प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) का समाजवादी पार्टी में विलय हो गया। गुरुवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल सिंह यादव को सपा का झंडा दिया, जिसे बाद में शिवपाल की गाड़ी पर लगाया गया। शिवपाल ने कहा कि वह समाजवादी थे, हैं और हमेशा रहेंगे। 2024 का चुनाव एक साथ मिलकर लड़ेंगे। प्रसपा का सपा में विलय होते ही शिवपाल ने अपने ट्विटर हैंडल से राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रसपा हटाकर नेता-समाजवादी पार्टी लिख लिया। झंडा देते समय अखिलेश भी कहे, चाचा समाजवादी।

सपा के झंडे को अंशुल यादव ने शिवपाल सिंह यादव की गाड़ी में लगाया। गाड़ी पर पहले प्रसपा का झंडा लगा था। उस समय शिवपाल के पुत्र आदित्य यादव उर्फ अंकुर भी उपस्थित थे। मीडिया से वार्ता करते वक़्त  शिवपाल सिंह यादव ने बताया कि वह हमेशा से समाजवादी थे। अब उनकी पार्टी का सपा में विलय हो गया है। आने वाले चुनाव अब  हम साथ मिलकर लड़ेंगे।