Lucknow Samachar 13 अप्रैल 2023: अगर आप लखनऊ से यूपी में यात्रा पर जाने का विचार कर रहे हैं, तो आपको रोडवेज की बसें नहीं मिल सकेंगी। शुक्रवार को लखनऊ से दिल्ली, गोरखपुर, बहराइच, सहारनपुर, मेरठ सहित लगभग समस्त मार्गों पर AC एवं नॉन AC बसों की हड़ताल होने से संचालन स्थगित हो गया है।
लगभग 2 हजार से अधिक टिकट AC बसों के निरस्त हुए हैं। वास्तव में, गुरुवार को हड़ताल केवल AC बसों की हुई थी। परन्तु नॉन AC बसों के चालकों ने भी शुक्रवार को गाड़ी चलाने से मना कर दिया। रोडवेज कर्मचारियों की मांग है कि, लखनऊ में क्षेत्रीय प्रबंधक (RM) को हटाने के साथ ही उनकी 12 सूत्रीय मांगें मानी जाएँ।
लगभग 1000 बसों का संचालन स्थगित
कुल 93 बसें गुरुवार को हुए प्रदर्शन में ही निरस्त करनी पड़ी थीं। इसमें कैसरबाग से गोंडा, बलरामपुर, बहराइच, रूपेहडीहा, गोरखपुर, सहारनपुर, दिल्ली रूट, मेरठ रूट, झांसी की बसें निरस्त होने पर यात्रियों को साधारण बसों से यात्रा करनी पड़ी थी।
परन्तु शुक्रवार सुबह ये समस्या अधिक बढ़ गई जब नॉन AC बसों के चालकों ने भी गाड़ियां चलाने से मना कर दिया। जिससे शुक्रवार सुबह चारबाग, आलमबाग, कैसरबाग और अवध बस डिपो पहुंचने वाले यात्रियों को निराश होना पड़ा। लगभग 1000 बसों का संचालन स्थगित करना पड़ा है।
मुख्य प्रधान प्रबंधक प्रशासन राम सिंह वर्मा, सीजीएम टेक्निकल रविंद्र सिंह, प्रधान प्रबंधक संचालन के साथ आरएम को हटाने की मांग के संबंध में इस प्रदर्शन को समाप्त करने हेतु बातचीत भी हुई। परन्तु कर्मचारियों ने मांगें पूरी न होने पर हड़ताल जारी रखा।
लगातार 15 घंटे बस चलाने की मांग
प्रदर्शनकारी सबसे अधिक मांग RM को हटाने की कर रहे हैं। रोडवेज कर्मचारी संगठनों से संबंधित नेताओं के अनुसार, जब तक RM नहीं हटेंगे, तब तक बसों का संचालन प्रारंभ नहीं किया जायेगा। उनको हटाने के लिए नारा लगता रहा।
जबकि क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज पुंडीर के अनुसार, ड्राइवर निरंतर 15 घंटे बस चलाने की स्वीकृति मांग रहे हैं। इससे दुर्घटनाओं में बढ़ोत्तरी हो सकती हैं, इसलिए इन मांगों की अनुमति नहीं दी जा सकती है। 8 घंटे की ड्यूटी के पश्चात आराम के निर्देश दिए गए है।
बस में 50 से कम यात्री रहने पर माना जा रहा चालक-परिचालक को जिम्मेदार
कर्मचारियों का आरोप है कि, 20 मिनट से अधिक बस अड्डे पर बस खड़ी नहीं होने दी जा रही है। जिससे यात्री कम मिल रहे हैं। एवं बस में अगर 50 से कम यात्री में रहते हैं, तो उसके लिए रोडवेज के चालक-परिचालक को जिम्मेदार ठहराया जाता है। इसके अतिरिक्त कर्मचारियों को छोटी गलती पर ही कर्मचारियों को निलंबित किया जा रहा है।
1 thought on “लखनऊ में रोडवेज की हड़ताल के कारण दिल्ली सहित लगभग समस्त मार्गों पर बसों का संचालन स्थगित, रोडवेज कर्मचारी क्षेत्रीय प्रबंधक को हटाने के साथ ही 12 सूत्रीय मांगों पर अड़े”
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