Lucknow Samachar 12 अप्रैल 2023:लविप्रा में भ्रष्टाचार इस कदर फ़ैल चुका है कि, पीएम आवास एवं दुकानें दिलाने का भरोसा देकर एक फर्जी जेई एवं उसके गैंग ने दंपती से 30 लाख रुपये ठग लिए। चौकाने वाली बात यह है कि, प्राधिकरण के कैम्पस में ही समस्त धनराशी 5 वर्ष में ली गयी, और किसी को पता तक नहीं चला।
जब शातिर ने फोन उठाना बंद कर दिया, और ठगी का शिकार हुई महिला शिकायत लेकर वीसी से मिलने पहुंची तब मामले का खुलासा हुआ।
सोमवार सुबह 11:30 बजे एलडीए उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी को यहियागंज में मुर्तजा हुसैन रोड के निकट शिवमंदिर निवासी नीलम शुक्ला ने प्रार्थना पत्र दिया। जिसमे उन्होंने बताया कि, उनके पति तुषार शुक्ला कंस्ट्रक्शन का काम करते हैं।
स्वयं को बसंतकुंज विहार योजना का जेई बताकर प्रदीप मिश्रा ने उन्हें 5 पीएम आवास व 3 दुकानें आवंटित कराने का विश्वास दिलाया। जिसके लिए प्रति मकान 5 लाख,1 दुकान के 3 लाख रूपये कि दर से कुल 35 लाख रुपये कि मांग कि थी।
वर्ष 2017 से 2022 के बीच उनके पति ने 30 लाख रुपये दिए। यह समस्त धनराशि प्रदीप ने लविप्रा कैम्पस में ही ली। उन्होंने आरोप लगाया कि, स्वयं को लविप्रा का जेई बताकर प्रदीप ने पहले भी अनेक लोगों को मकान, प्लाट आवंटित कराए थे।
इसलिए उन्होंने व अन्य लोगों ने उस पर विश्वास कर उन्हें रूपये दे दिए। उन्हें अधीक्षण अभियंता आरके सिंह के हस्ताक्षर वाली 14,244 एवं 49,244 रुपये की 2 फर्जी रसीदें भी शातिर ने दीं।
इस जालसाजी में जहीरऊददीन निवासी विजयखंड-3 एवं अजय वर्मा निवासी लालानगर दुबग्गा भी सम्म्मिलित रहे। नीलम से फर्जी एग्रीमेंट जहीरऊददीन अहमद ने कराया। अजय वर्मा ने दूसरा फर्जी एग्रीमेंट कराया।
दिये गये जाँच के आदेश
लविप्रा वीसी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि, जिस जेई का नाम महिला ने बताया हैं, वह जाँच में फर्जी पाया गया। प्रार्थना पत्र पर जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्हें गोमतीनगर थाने में फर्जी जेई एवं 30 लाख रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज कराने के लिए बताया गया है।
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