लखनऊ 06 दिसम्बर 2022: रिवर फ्रंट घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपनी पड़ताल बढ़ा दी है अति शीघ्र ही रिवर फ्रंट परियोजना में काम करने वाले ठेकेदारों पर लगाम लगायी जाएगी। ईडी ने इस बार मुख्य अभियंता सिंचाई रहे रूप सिंह यादव के नजदीकियों को जाँच-पड़ताल हेतु बुलाया है।
जानकारों के अनुसार रिवर फ्रंट में अनेक विभिन्न कंपनियों ने भिन्न-भिन्न कार्य किया था। सीबीआई ने यूपी सरकार के अनुरोध पर दो जुलाई को ही उक्त प्रकरण में मुकदमा कर लिया था। तत्कालीन मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता समेत 16 कार्मिकों के अतिरिक्त 173 प्राइवेट लोगों, फर्मों और कंपनियों को आरोपी बनाया गया है। इन कंपनियों ने 661 निविदा में कार्य किया था।
सिंचाई विभाग के लगभग 407 करोड़ रुपये मूल्य के गोमती रिवर चैनलाइजेशन प्रोजेक्ट और गोमती रिवर फ्रंट डवलपमेंट योजना में गड़बड़ी एवं अनुचित कार्यों के प्रकाश में आने पर मुकदमा दर्ज किया गया था। अब इसी से मिले हुये तीन दर्जन लोगों को ईडी ने बुलाया है। इससे पूर्व 1031 करोड़ का कार्य करने वाली उच्च कंपनियों के अधिकारियों व ठेकेदारों से भी जाँच- पड़ताल कर चुकी है । इस प्रकरण में रूप सिंह सहित आधा दर्जन लोगों को सीबीआई हिरासत में ले चुकी है।