लखनऊ 2 जनवरी 2023: यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाओं के संबंध में प्रयास तेज कर दिए गये हैं। माध्यमिक शिक्षा विभाग बीच फरवरी से परीक्षाएं कराने का प्रयास कर रहा है। उधर, मुख्यमंत्री ने भी परीक्षाएं वक़्त से कराने के निर्देश दिए हैं। जिससे अप्रैल में शैक्षिक सत्र को प्रारंभ किया जा सके ।
बोर्ड के अफसरों ने बताया कि, चालू सत्र के प्रारंभ में जारी शैक्षिक कैलेंडर में मार्च में परीक्षाएं कराना प्रस्तावित है, परन्तु विगत दिनों शासन स्तर पर हुई मीटिंग में बीच फरवरी मतलब 15 या 16 तारीख तक परीक्षाएं प्रारंभ कराने का प्रस्ताव आया था। इसमें बताया गया है कि, कार्यक्रम इस प्रकार निर्धारित किया जाए कि परीक्षाओं की समाप्ति होली मतलब 8 मार्च तक हो जाए। इससे पूर्व प्रयोगात्मक परीक्षाएं 15 जनवरी तक प्रारंभ कराने का प्रस्ताव है। ये परीक्षाएं दो भागों में 15 फरवरी तक पूर्ण हो जाएंगी। परीक्षाएं समापन होते ही मूल्यांकन का काम प्रारंभ होगा।
बोर्ड के जानकारों के अनुसार, परीक्षाओं के पश्चात प्रयास होगा कि मूल्यांकन का काम भी वक़्त से पूर्ण हो जाए जिससे नया शैक्षिक सत्र अधिक प्रभावित न हो। वैसे रिजल्ट अप्रैल माह में जारी होने की उम्मीद है। परीक्षाओं को वक़्त से कराने हेतु जिलेवार केंद्र बनाने की कार्यवाही भी शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद के अनुसार ,बोर्ड परीक्षा कार्यक्रम के संबंध में उच्च स्तर से फैसला किया जा रहा है। वहां से कार्यक्रम निर्धारित किये जाने के पश्चात कोई घोषणा के जायेगी।
58 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी
यूपी बोर्ड परीक्षा में विगत वर्ष के मुकाबले इस वर्ष 2023 में परीक्षार्थियों की तादात में वृद्धि हुई है। परीक्षा हेतु 58 लाख 67 हजार 398 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड हैं। इनमें हाईस्कूल के रजिस्टर्ड परीक्षार्थियों की तादात 31 लाख 16 हजार 485 एवं इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों की तादात 27 लाख 50 हजार 913 है। विगत साल 2022 में कुल रजिस्टर्ड परीक्षार्थियों की तादात 51 लाख 92 हजार 616 थी।