लखनऊ 06 दिसम्बर 2022: गोमतीनगर, गोमतीनगर विस्तार एवं चिनहट क्षेत्रों की पांच लाख की जनसँख्या को गर्मियों में बार-बार लाइट गायब होने की परेशानी से निजात दिलाने हेतु 174 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस धनराशि से गोमतीनगर व चिनहट खंड में वैकल्पिक बिजली नेटवर्क बनाया जाएगा। इसके अन्तर्गत 33 केवी, 11 केवी ओवर हेड, भूमिगत लाइन बनाने, नये ट्रांसफार्मर लगाने, डिस्ट्रीब्यूशन बॉक्स लगाने व ओवरलोड 11 केवी लाइनों को दो भागों में विभाजित करने का कार्य होगा। 143 करोड़ रुपये से गोमतीनगर व 31 करोड़ रुपयों से चिनहट खंड के क्षेत्रों में गोमतीनगर विस्तार इत्यादि में बिजली आपूर्ति सुधारने के कार्य होंगे। इसका प्रस्ताव बनाकर बड़े अफसरों को दिया गया है।
गोमती नगर खंड के प्रस्तावित कार्य
दो उपकेंद्रों पर स्थापित होंगे 10 एमवीए के ट्रांसफार्मर, गोमतीनगर खंड के मंत्री आवास एवं विश्वास खंड उपकेंद्र पर 10 एमवीए के ट्रांसफार्मर स्थापित होंगे। इससे आने वाली गर्मी में ये दोनों उपकेंद्र ओवरलोड नहीं हो सकेंगे। इससे विश्वास खंड, विभूति खंड में बिजली की समस्या कम होगी।
आरएमयू से अपने आप: चालू होगी बंद बिजली
गोमतीनगर में समस्त ट्रांसफार्मर दो भिन्न- भिन्न 11 केवी लाइन की आपूर्ति से जुड़ेंगे। इस ट्रांसफार्मर पर रिंग मेंस यूनिट (आरएमयू) लगायी जाएगी। इससे एक 11 केवी लाइन की आपूर्ति बंद होते ही वैकल्पिक लाइन से अपने आप ही बिजली चालू हो जाएगी। सतरिख ट्रांसमिशन से इन उपकेंद्रों की 33 केवी लाइनें बनेंगी मंत्री आवास, विपिन खंड, ग्वारी कलवर्ट, विराज खंड।
चिनहट खंड के प्रस्तावित कार्य :
सेक्टर एक में बनाये जायेंगे डबल स्रोत गोमतीनगर विस्तार सेक्टर एक में छह 11 हजार वोल्ट की नई लाइन बनाकर बिजली आपूर्ति में सुधार करेंगे । यह सुलभ आवास सेक्टर 6, विस्तार फीडर, पटेलपुरम, बाघामऊ, रामआसरे पुरवा, सुलभ आवास सेक्टर के नाम से फीडर बनेंगे। इसके लिए जमीन के अंदर से केबल डाला जाएगा।
कार्य हेतु नहीं बंद होंगे फीडर
250 एवं 400 केवीए ट्रांसफार्मर के लिए डिस्ट्रीब्यूशन बॉक्स निर्मित किये जाएंगे। इनके बनने से मेंटेनेंस के समय 11 केवी फीडर बंद नहीं करने पड़ेंगे। केवल बॉक्स से पेटी अलग कर मरम्मत के कार्य किये जा सकेंगे।
अधिकारियों को भेजा प्रस्ताव
मुख्य अभियंता, लेसा ट्रांस गोमती अनिल कुमार तिवारी के अनुसार, गोमतीनगर एवं चिनहट खंड में 174 करोड़ रुपये से दुरुस्तीकरण कराने का प्रस्ताव बड़े अधिकारियों को भेजा गया है। इस कार्य के पश्चात बिजली आपूर्ति में सुधार होगा एवं ट्रिपिंग में गिरावट होगी।