लखनऊ 12 दिसम्बर 2022: प्रमुख सचिव नमामि गंगे व ग्रामीण जलापूर्ति अनुराग श्रीवास्तव का डाटा उनके कार्यालय में वेबसाइट की मरम्मत करने वालों ने ही हैक किया था। इसके पश्चात मेल के जरिये धमकी देकर पांच बिट क्वाइन (80 लाख रुपये) की मांग की थी। साइबर क्राइम थाने की टीम ने तीन आरोपियों को पकड़ लिया।
साइबर क्राइम थाने के प्रभारी निरीक्षक मो. मुस्लिम खान के अनुसार, पकड़े गए आरोपियों में पीजीआई के उतरेठिया बाजार का रहने वाला अमित प्रताप सिंह, वृंदावन योजना सेक्टर-9 का रजनीश निगम और गोमतीनगर का रहने वाला हार्दिक खन्ना है।
आरोपियों के पास से तीन मोबाइल व एक लैपटॉप मिला है। प्रभारी निरीक्षक के अनुसार, प्रमुख सचिव के कार्यालय में वेबसाइट से सम्बंधित कार्यों का टेंडर एक निजी कंपनी के पास था। इसमें ये तीनों आरोपी काम करते थे। आरोपियों ने टेंडर के जरिये प्राप्त सरकारी वेबसाइट से संबंधित काम करते वक़्त प्रमुख सचिव की मेल से निजी जानकारी इकटठा की।
मेल के क्लाउड पर इकटठा डाटा चोरी किया। पहले तो मेल भेजकर उनके क्रेडिट कार्ड से विदेशी मुद्रा में लेनदेन किया। इसके पश्चात गूगल ड्राइव से चुराए डाटा व फोटो को परिवर्तित कर धमकी भरे मेल भेजे। इसके बदले में पांच बिटक्वाइन भारतीय मुद्रा में करीब 80 लाख रुपये एक वॉलेट में डालने को कहा था।