लखनऊ 30 दिसम्बर 2022: यूपी एसटीएफ ने बाराबंकी के कुर्सी थाने के हिस्ट्रीशीटर अरशद हुसैन को क्षेत्र पंचायत सदस्य से रंगदानी मांगने और जाली नाम से वोटर कार्ड बनवाने के संबंध में हिरासत में ले लिया है। अरशद को एसटीएफ ने बुधवार को विकास नगर थाने के निकट से पकड़ा था। गुरुवार सायंकाल जाँच के पश्चात जेल भेज दिया।
इंदिरानगरी कॉलोनी में में रह रहा था
एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक सिंह के अनुसार, अरशद की पत्नी बाराबंकी के अनवारी गांव की प्रधान है। स्थाई रूप से कुर्सी, अनवारी का रहने वाला अरशद निरालानगर इंदिरानगरी कालोनी में वह परिवार के साथ निवास कर रहा था। अरशद ने ऋषि द्विवेदी और भाई शराफत ने राजेश्वर सिंह के नाम से जाली वोटर कार्ड भी बनवाये थे। वह गुड़ंबा थाने में दर्ज एक केस में भी फरार था। उसके भाई शराफत अली ने भी वोटर कार्ड जाली नाम से बनवाया था। उसी समय से दोनों को ढूंढा जा रहा था।
अपराधी संजीव जीवा का मित्र बताकर डराया
एसटीएफ के सामने अरशद ने इकरार किया कि, भाई शराफत अपराधी संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा के साथ में रह चुका है। जीवा के एकमित्र से भेट भेंट करने अरशद हुसैन टेढ़ी पुलिया के पास जाने वाला है। वहा पर एसटीएफ गयी तो मालूम हुआ कि उसे एक केस में विकास नगर पुलिस ने बुलाया है। अभी तक कीछानबीन में मालूम हुआ है कि दोनों भाईयों ने रंगदारी से प्राप्त रुपयों से अनवारी क्षेत्र और उसके निकट बहुत जमीन खरीदी है।
क्षेत्र पंचायत सदस्य से मांगी थी रंगदारी
एसटीएप के अनुसार, अरशद का क्षेत्र पंचायत सदस्य अली अहमद से झगडा हुआ था। जिसकी वजह अरशद और भाई शराफत द्वारा कई दिनों से अली को डराकर रंगदारी मांगने की बात प्रकाश में आई थी। जिसका केस गुंडंबा थाने में दर्ज किया गया था।
पासपोर्ट बनवाने के लिए तैयार कराया जाली वोटर आईडी कार्ड
एसटीएफ की जाँच में मालूम हुआ कि ,जाली नाम से वोटर कार्ड बनवाने का कारण पासपोर्ट बनवाना था। अरशद ने कहा कि, उन लोगों के विरुद्ध काफी केस होने से पासपोर्ट नहीं बन पा रहा था। इस वजह से दूसरे नाम से जाली वोटर कार्ड बनवाया था।