लखनऊ 3 जनवरी 2023: राजकीय आयुर्वेद कॉलेज टुड़ियागंज की नई बिल्डिंग 6 वर्ष पश्चात भी हस्तांतरित नहीं की जा सकी है। लगभग 63 करोड़ की कीमत से निर्मित इस 5 तलीय इमारत में डेढ़ वर्ष पूर्व 5 विभागों की ओपीडी स्थानांतरित हो चुकी है। इसके निचले तल व प्रथम तल पर ओपीडी संचालित की जा रही है, परन्तु दूसरे तल से लेकर पांचवें तल का प्रयोग संचालित नही किया जा पा रहा है। इससे यहां न तो पूरी क्षमता से मरीजों का उपचार प्रारंभ हो पाया है और न भर्ती ही प्रारंभ की जा सकी है। देख भाल न होने से दूसरे से पांचवें तल तक गंदगी का ढेर लगा है, जो मुसीबत की वजह बना हुआ है।
2 लिफ्ट लगीं, परन्तु बंद पड़ीं
इमारत के निचले तल से पांचवें तल तक जाने हेतु 2 लिफ्ट लगायी गयी हैं, परन्तु दोनों लिफ्ट बंद पड़ी हैं। लिफ्ट गेट के बाहर झाड़ू व पोछें की चीजें रखीं हैं। साफ-सफाई न किये जाने से लिफ्ट में जाले लगे हैं। विभाग में जाने हेतु मरीज सीढ़ी का उपयोग करते हैं। भवन के प्रथम तल पर गठिया विभाग बना हुआ है। गठिया के मरीजों को उठने- बैठने में परेशानी होती है। लिफ्ट बंद होने के कारण परेशानी हो रही है।
पंचकर्म व स्त्री रोग विभाग स्थानातरित नहीं
आयुर्वेद कॉलेज का पंचकर्म विभाग इस समय पुराने जर्जर इमारत में ही संचालित किया जा रहा है। यहां बड़ी संख्या में मरीज उपचार हेतु आते हैं। यही स्थिति स्त्री रोग विभाग की है। दोनों विभाग अभी तक नई बिल्डिंग में स्थानांतरित नहीं किये गये हैं। स्त्री रोग विभाग की इमारत बहुत ख़राब हैं। यहां पर कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है। अधिकारीयों के अनुसार,दोनों विभाग शीघ्र ही नई इमारत में स्थानांतरित किये जाएंगे।
दूसरे से पांचवां तल गंदगी का अम्बार
नव निर्मित बिल्डिंग के दूसरे तल से पांचवें तल तक सफाई की सुविधा नहीं है। इससे यहां टाइल्स पर गंदगी फैली हुई है। हर जगह गंदगी से यहां पर पैर रखना भी आसान नही है।
केवल गठिया विभाग में मरीजों की भर्ती
ओपीडी में प्रथम तल पर ही गठिया विभाग बना हुआ है। यहां 10 बेड पर मरीजों की भर्ती की जा रही है। जिन बेडों पर मरीजों की भर्ती की जा रही है, वे भी बहुत ख़राब स्थिति में हैं। गठिया विभाग में 2 मरीज भी भर्ती हैं। कॉलेज प्रशासन के अनुसार, बिल्डिंग कॉलेज को प्राप्त हो जाये तो पूरी क्षमता के साथ समस्त विभागों में मरीजों की भर्ती प्रारंभ की जाए।
5 विभागों में झूल रहा ताला
नए ओपीडी इमारत में बाल रोग, शल्य, काय चिकित्सा, ईएनटी, पेन क्लीनिक व गठिया की ओपीडी संचालित की जा रही है। इसमें गठिया विभाग के अतिरिक्त किसी में भर्ती नहीं की जा रही है। यहां ताला झूल रहा है।