लखनऊ 22 नवम्बर 2022: यूपी इनवेस्टर्स समिट- 2023 के कर्टन रेजिंग प्रोग्राम दिल्ली में शुरू हुआ। सुषमा स्वराज प्रवासी भारतीय भवन में सीएम योगी ने कहा,”ये नए भारत का नया यूपी है। हमारे साथ भागीदारी करने के लिए अब तक 21 देशों ने उत्साह दिखाया है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में नीदरलैंड, डेनमार्क, सिंगापुर, यूनाइटेड किंगडम और मॉरीशस ने हमारे पार्टनर कंट्री हैं। दुनिया भर के औद्योगिक निवेशकों को समिट में लाने के लिए यूपी सरकार भी 18 देशों में रोड शो कर रही है। उन्होंने कहा कि आप सभी ग्लोबल समिट को सफल बनाएं।”
समिट के जरिए 10 लाख करोड़ का निवेश लाएंगे:-
योगी ने कहा,”समिट के द्वारा 10 लाख करोड़ के वैश्विक निवेश का लक्ष्य रखा गया है। हम वैश्विक आर्थिक समुदाय के लिए मंच देने के लिए सहर्ष तैयार हैं। हम अपने निवेशकों को यह बताना चाहते हैं कि यूपी में भारत की सबसे बड़ी व लंबी 16 हजार किमी. रेल लाइन मौजूद है। 2 फ्रेंड कॉरिडोर हैं। 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट और बढ़िया एक्सप्रेस-वे भी हैं।”
2 पोर्टल्स, समिट का लोगो लॉन्च किया:-
इस मौके पर 2 पोर्टल्स को शुरू किया गया। साथ ही ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट को लेकर एक शॉर्ट फिल्म भी दिखाई गई। यूपी ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट 2023 के जुड़े ‘लोगो’ को भी लॉन्च किया गया।वास्तव में, वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए यूपी सरकार का ये महत्वपूर्ण कदम है। यूपी में इनवेस्टर्स समिट फरवरी के दूसरे हफ्ते में होनी है।
यूपी में सबसे बड़ी युवा जनसंख्या:-
योगी जी ने कहा,”भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य यूपी है। 24 करोड़ की जनता वाला यूपी सबसे बड़ा श्रम और उपभोक्ता बाजार है। यूपी में पीएम की गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान लागू हुआ है। इस मास्टर प्लान के तहत यूपी सरकार ने परियोजना के लिए महत्वपूर्ण 45 से अधिक लेयर्स को एक साथ लाया है। राज्य में 72 विश्वविद्यालय और 169 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के साथ भारत की सबसे बड़ी युवा जनसंख्या है।”
नंद गोपाल नंदी ने कहा- विकास की नई कहानी लिखेगा यूपी:-
समारोह में औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने कहा कि इस फ्लैगशिप इन्वेस्टर्स समिट से हम निवेशक समुदाय को यूपी में आमंत्रित कर रहे हैं। भारत के विकास की एक नई कहानी हम यूपी से लिख रहे हैं। बहुत जल्द औद्योगिक क्षेत्र में हम नए निवेश के साथ रोजगार के नए अवसर भी लेकर आएंगे।
निवेश सारथी और GIS की वेबसाइट शुरू की गई:-
हम आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश शासन इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। शुरुआती सेशन में केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्रों के मुख्य प्रबंधक व राजदूतों के साथ संवाद हुआ है। यूपी जीआईएस-23 का लोगो और टैगलाइन भी लोगों के सामने लाई गई। इसके साथ-साथ यूपी शासन के ऑनलाइन प्रोत्साहन प्रबंधन पोर्टल, निवेश सारथी और यूपी GIS-2023 की ऑफिशियल वेबसाइट का भी शुभारंभ किया गया।
GIS 2023 इसलिए है खास:-
आने वाले 5 सालों में उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन यूएस डॉलर की इकोनॉमी बनाने की दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार विशेष तौर पर कार्य कर रही है। इसका एक कारण यह भी है कि केंद्र सरकार भी देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का कार्य कर रही है। ऐसे में केंद्र द्वारा हाल ही में आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश समेत कुल 5 राज्यों में ग्लोबल इनवेस्टर्स को लाने के लिए बड़ी मुहिम की शुरुआत की गई है।
इसमें यूपी चूंकि जनसंख्या, मैनपावर समेत कई मायनों में न केवल अन्य राज्यों से बड़ा है बल्कि यहां मैन्युफैक्चरिंग समेत कई सेक्टर्स में इन्वेस्टमेंट की असीमित संभावनाएं है इन्ही संभावनाओ को लक्ष्य करते हुवे यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2 023के अभियोजन के जरिये अधिक स्तर पर पूरी दुनिया सेनिवेसको को अपनी ओर आकर्षित करनाचाहती है।मौजूदा प्रयास भी इसी संदर्भ में हो रहा है।
लखनऊ में लगेगा पूरी दुनिया के इनवेस्टर्स का जमावड़ा:-
- यूपी ग्लोबल इनवेस्टर समिट 2023 का आयोजन लखनऊ में फरवरी 10 से 12 को बीच किया जाएगा।
- ये 3 दिवसीय कार्यक्रम पॉलिसी मेकर्स, इनवेस्टर्स, कॉर्पोरेट लीडर्स, बिजनेस डेलिगेट्स, एकेडमिक्स की फील्ड के दिग्गज को एक मंच साझा करने का मौका देगा।
- 25 प्लस पॉलिसी पर फोकस किया जाएगा। इनके द्वारा देश के अलावा दुनिया की दिग्गज कंपनियों और FDI को भी आकर्षित किया जा रहा है।
- यूपी सरकार 10 लाख करोड़ रुपए के लक्ष्य को प्राप्त करने और 25 सेक्टर्स जैसे कि आईटी, मैनुफैक्चरिंग, ड्रोन, टूरिज्म व डिफेंस में काम कर रही है।
- यूपी के 5 शहरों को भी इन्वेस्टमेंट हब के तौर पर विकसित किया जाना है। इससे रोजगार मिलेगा।