लखनऊ 30 नवम्बर 2022: लोहिया संस्थान में बहरेपन से पीड़ित बच्चों की कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी शुरू कर दी है। मंगलवार को ऑपरेशन के बाद मासूम पूरी तरह से लोगों की आवाज को सुन पा रहा है। अभी पीजीआई एवं केजीएमयू में कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी की सुविधा है। अयोध्या की रहने वाली चार साल की बच्ची को जन्म से सुनाई नहीं देता था। इसके कारण से बच्ची को बोलने में भी परेशानी होती थी।
परिवारीजन लोहिया संस्थान पहुंचे। यहां ईएनटी विभाग के डॉ. आशीष चन्द्र अग्रवाल ने मरीज की जाँच की। एवं रिपोर्ट देखने के पश्चात डॉ. आशीष ने बच्ची में कॉक्लियर इप्लांट प्रत्यारोपित करने की आवश्यकता बताई। इलाज पर लगभग साढ़े पांच लाख रुपये का खर्च बताया गया। संस्थान की निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद ने बताया कि परिवारीजनों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। इसलिए सर्जरी के लिए आर्थिक मदद का इंतजाम किया गया। मुख्यमंत्री राहत कोष और इंडियन ओवरसीज बैंक के सीएसआर फंड से इम्प्लांट व सर्जरी के खर्च की धनराशि जुटाई गई।
पीजीआई के डॉ. अमित केशरी के सहयोग से डॉ. आशीष चंद्र अग्रवाल, डॉ. तेजस्वी गुप्ता एवं डॉ. आकांक्षा ने साथ में सर्जरी की। डॉ. सोनिया नित्यानंद के अनुसार संस्थान में सुन व बोल पाने में अक्षम बच्चों के लिए कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी शुरू की गई है। इसके लिए ईएनटी विभाग के डॉ. आशीष अग्रवाल को ट्रेनिंग के लिए पीजीआई भेजा गया था। अभी संस्थान कॉक्लियर प्रत्यारोपण के इंतजार में बच्चों को मुफ्त में प्रत्यारोपण सुविधा उपलब्ध कराने के लिए वित्तीय सहायता जुटाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।