लखनऊ 23 नवम्बर 2022: यूपी के जिला अस्पतालों एवं महिला अस्पतालों में लापरवाही बरतने वालों की अब खैर नहीं। योगी सरकार यूपी के जिला अस्पतालों में निगरानी बढ़ाने जा रही है। जिला अस्पतालों में साफ-सफाई से लेकर मरीजों के इलाज तक की हर गतिविधियों पर मुख्यालय की पैनी नजर रहेगी। इसके लिए यूपी के 99 जिला अस्पतालों को इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर से जोड़ने की तैयारी की है। कमांड सेंटर से अस्पताल की प्रत्येक गतिविधि पर पैनी नजर रखी जाएगी। कुछ भी अनुचित दिखने पर तत्काल अस्पताल को चेतावनी दी जाएगी।
कॉल सेंटर स्थापित करने की भी योजना
सम्बंधित अधिकारियों का कहना है कि जिला अस्पतालों में कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों को डीजी मुख्यालय में बनने वाले इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर से जोड़ा जा रहा है। इन्हीं कैमरों की सहायता से अस्पताल पर नजर रखी जाएगी। इसके अलावा भविष्य में कॉल सेंटर स्थापित करने की भी योजना है. इसके द्वारा इलाज कराने वाले मरीजों से अस्पताल के बारे में फीडबैक भी लिया जाएगा। साथ ही मरीज अपनी शिकायतें भी यहां पर दर्ज करा सकेंगे।
प्रारम्भ में 99 जिला अस्पतालों को जोड़ा जाएगा
सम्बंधित अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में इस व्यवस्था के तहत 99 जिला अस्पतालों को जोड़ा जा रहा है. इसके बाद प्रदेश के सभी अस्पतालों को कमांड कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जाएगा. पीरामल फाउंडेशन की मदद से इस कमांड सेंटर को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशालय में स्थापित किए जाने का काम शुरू किया जा चुका है। योगी सरकार की इच्छा है कि इस कमांड सेंटर का जल्द से जल्द संचालन शुरू हो जाये।
डीजी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) मुख्यालय में स्थापित होगा कमांड सेंटर
एक तरफ योगी सरकार नए पीएचसी, सीएचसी और वैलनेस सेंटरों की मदद से लोगों को बेहतर इलाज मुहैया कराने का प्रयास कर रही है ,वही दूसरी तरफ निरंतर जिला और महिला अस्पतालों में इलाज के नाम पर लापरवाही की घटनाएं सामने आती रहती हैं. इसी को देखते हुए यूपी सरकार चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशालय में कमांड सेंटर स्थापित करने जा रही है। निदेशालय ने सभी जिलों से इसके सम्बन्ध में ब्योरा तलब किया है।
इन पर रखी जाएगी पैनी नजर
- अस्पताल में डॉक्टर और स्टाफ के आने-जाने का समय
- ओपीडी काउंटर की स्थित
- वार्डों की स्थिति
- साफ-सफाई की स्थिति
- दवा और जांचकी स्थिति
- इलाज की स्थिति