Outer Ring Road: वर्ष 2023 में रिंग रोड का तोहफा मिलेगा लखनऊ को, मिलेगा जाम से राहत।

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लखनऊ 1 जनवरी 2023: 104 किलोमीटर  लम्बी इस रिंग रोड के निर्मित होने से शहर को जाम से छुटकारा दिलाया जायेगा। हालाँकि रोज 50 हजार वाहन जो शहर के भीतर आते हैं वह बाहर से चले जायेंगे। आउटर रिंग रोड का  लगभग 70 से 80 % कार्य पूर्ण हो चुका है। सांसद और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है।

आउटर रिंग रोड पर कुर्सी रोड से बीकेटी तक रोड बनाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इस क्षेत्र के 5 लाख लोगों को सुविधा प्राप्त हो रही है। इसको बनाने में 305 करोड़ रूपये खर्च किये गये हैं। सीतापुर मार्ग से कुर्सी मार्ग रोड, अयोध्या मार्ग होते हुए सुलतानपुर मार्ग का एनएचआई ने कुर्सी मार्ग पर लगभग 15 किलोमीटर को बनाने का कार्य वर्ष 2019 में प्रारंभ किया था।

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने आउटर रिंग रोड को बनाने का कार्य 2016 में प्रारंभ किया था। बनाये जाने का वक़्त 2022 रखा गया, परन्तु जमीन अधिग्रहण, कार्य कराने वाली एजेंसी की लापरवाही से कार्य लंबित हुआ।लगभग 104 किमी लंबे प्रोजेक्ट हेतु 5200 करोड़ रुपए खर्च किय जायेगा।

आउटर रिंग मार्ग अयोध्या मार्ग से कुर्सी मार्ग, सीतापुर  मार्ग, हरदोई मार्ग, कानपुर मार्ग, रायबरेली  मार्ग, सुलतानपुर मार्ग से गुजरते हुए वापस अयोध्या मार्ग से जुड़ेगी। इस  दौरान कुल 104 किलोमीटर की यात्रा तय  करनी है।

रिंग रोड की वजह से वाहन शहर से 15 किलोमीटर दूर होते हुए निकाली जायेंगी। विशेष बात यह है कि यह सभी बड़े हाईवे से मिलेगा। इसको बनने के पश्चात लखनऊ में देश के किसी भी क्षेत्र से आने वाले वाहन शहर के भीतर प्रवेश नहीं कर पाएंगे।

शहरी विकास का मार्ग अच्छे मार्गों से होकर गुजरता है। आउटर रिंग रोड के बनने के पश्चात लखनऊ के ग्रामीण  क्षेत्रों का विकास होगा। यहां जमीन के मूल्यों में अभी से वृद्धि हुई है। इसके अतिरिक्त इसके आस- पास बड़े होटल और व्यवसायिक कार्य प्रारंभ होंगे। इसके कारण रोजगार के भी काफी अवसर मिलेंगे। इसलिए यह बताना अनुचित नहीं होगा कि आउटर रिंग रोड शहर की आर्थिक स्थिति को भी सुधारेगा।

आउटर रिंग रोड के बनने के पश्चात शहीद पथ का  भार भी हल्का हो जाएगा। अभी शाम को अक्सर शहीद पथ पर जाम लग जाता है। ट्रकों के निकलने के कारण 2-3 घंटे तक लोग जाम में उलझे रहते है। परन्तु अब यह जाम भी  नजर नही आएगा।

शहर के भीतर वाहन नहीं आयेंगे इसके कारण राजधानी की लगभग 40 लाख की जनसंख्या को सीधे लाभ होगा। फोर लैन में बनी यह रिंग मार्ग देश के बड़े रिंग मार्ग में से एक है। बताया जा रहा है कि, पूरे उप्र भारत में इतना बड़ा आउटर रिंग मार्ग अभी नहीं बना है।