लखनऊ 15 जनवरी 2023: अपने जन्मदिन के अवसर पर मायावती ने बताया कि, बसपा अगले वर्ष होने जा रहे 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव एवं लोकसभा चुनाव में किसी से गठबंधन नहीं करेगी एवं अपने बल पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने बताया कि, यदि बैलेट पेपर से चुनाव हों तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा यह सारा खेल ईवीएम की खराबी का है।
पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर मायावती रविवार को मीडिया कर्मियों से वार्ता कर रही थीं। उन्होंने बताया कि, जातिवादी एवं संकीर्ण ताकतें साम,दाम,दंड, भेद से बसपा को समाप्त करने में लगीं हैं। ग्लोबल समिट हेतु यह जो निवेश आ रहा है यह सिर्फ भाजपा की गलत नीतियों पर पर्दा डालने की दिखावेबाजी है। उन्होंने बताया कि, हल्द्वानी में लोगों को उजाड़ा जा रहा है कानून व्यवस्था के साये में गंदा खेल खेला जा रहा है।
उन्होंने बताया कि, अब ओबीसी आरक्षण पर भी भाजपा कांग्रेस, सपा के मार्ग पर चल रही है । यही वजह रही कि निकाय चुनाव प्रभावित हुआ ।इस मौके पर मायावती ने, मेरे संघर्ष में जीवन एवं बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा भाग 18 का भी विमोचन किया । उन्होंने विशेष तौर से बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने पर बल दिया। बताया कि, जब-जब बैलेट से चुनाव हुआ बसपा के जनाधार में वृद्धि हुई। ईवीएम आने के पश्चात ही यह खराबी हुई। उन्होंने बताया कि,बसपा के युवा तैयार हो जाए एक न एक दिन व्यवस्था भी फेल हो जाएगी। जिन जिन देशों में बैलेट पेपर से पूर्व में चुनाव होता था दोबारा उसी से प्रारंभ कर दिया गया है ।
बाबा साहब ने नहीं चलाई मनुस्मृति
बिहार के एक मंत्री के इस कथन पर कि, बाबा साहब अंबेडकर ने ही मनुस्मृति प्रारंभ की थी, पर मायावती ने बताया कि, यह बात तो एकदम स्पष्ट है कि, बाबा साहब अंबेडकर ने मनुस्मृति नहीं चलाई । जबकि मंत्री ने यह बात किस परिपेक्ष में कही है इसकी उन्हें जानकारी नहीं है।