लखनऊ 28 नवम्बर 2022: नगर निकाय चुनाव में सीटों के आरक्षण को लेकर तैयारियां अब आखिरी चरण में हैं। चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले सीटों के आरक्षण को लेकर अधिकारियों ने कार्यवाही शुरू कर दी है । अति शीघ्र इसे आखिरी रूप दिया जा सकता है। नगर निगमों में महापौर और नगर पालिका परिषदो और नगर पंचायतों में अध्यक्ष के सीटों का आरक्षण चक्रानुक्रम के आधार पर होना है, इसलिए समझा जा रहा है कि लखनऊ, गाजियाबाद और कानपुर नगर निगम में महापौर की सीट सामान्य [ अनारक्षित] हो सकती है। पिछले चुनाव में ये तीनों सीटें महिला के लिए आरक्षित थीं।
बता दें कि दिसंबर के पहले या दूसरे सप्ताह में ही नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने का अनुमान है। इसलिए नगर विकास विभाग सीटों के आरक्षण को आखिरी रूप देने में लगा हुआ है। अभी नगर निगमों में महापौर की सीट को लेकर विचार-विमर्श चल रहा है। विशेष सूत्र के अनुसार चक्रानुक्रम के आधार पर सीटों का आरक्षण किया जाना है, इसलिए समझा जा रहा है कि पिछले चुनाव में हुए आरक्षण में परिवर्तन हो सकते हैं।
चक्रानुक्रम आरक्षण सूत्रानुसार सबसे पहले कोई भी सीट पहले महिला एससी के लिए आरक्षित की जाती है। इसके पश्चात चरणवार एससी, ओबीसी महिला, ओबीसी, महिला और इसके बाद अनारक्षित वर्ग में सीटें रखी जाती हैं। साल 2017 के चुनाव में लखनऊ, कानपुर व गाजियाबाद की सीटें महिला के लिए आरक्षित थीं। इसीलिए समझा जा रहा है कि तीनों नगर निगमों की सीटें इस बार अनारक्षित श्रेणी में जा सकती है।
वहीं, सूत्रों की मानें तो नगर विकास विभाग ने सीटों के आरक्षण का विवरण तैयार कर लिया गया है। सबसे पहले वार्डों के आरक्षण की अधिसूचना जारी होगी और इसके पश्चात सीटों के आरक्षण की जारी होगी। उच्च स्तर पर अतिशीघ्र इसे लाया जाएगा। वहां से उचित-निर्देश मिलने के बाद इसे आखिरी रूप दिया जाएगा।
नगर निगमों की सीटों के आरक्षण का ये है अनुमान
- लखनऊ, कानपुर व गाजियाबाद [अनारक्षित]
- अयोध्या, अलीगढ़ व झांसी [ महिला]
- शाहजहांपुर– नई नगर निगम [एससी महिला]
- आगरा, प्रयागराज, बरेली, मुरादाबाद [एससी महिला]
- मेरठ [एससी]
- सहारनपुर व गोरखपुर महिला]
- फिरोजाबाद व वाराणसी [ओबीसी]
- मथुरा [ओबीसी]
- साल 2017 में आरक्षित हुईं–
- लखनऊ, कानपुर व गाजियाबाद [महिला]
- सहारनपुर व गोरखपुर [ओबीसी]
- मथुरा [एससी]
- फिरोजाबाद व वाराणसी [ओबीसी महिला]
- मेरठ एससी [महिला]