लखनऊ 26 दिसम्बर 2022: उच्च न्यायालय की लखनऊ बेंच ने कहा है कि अधिकारी 104 किमी. लंबी आउटर रिंगरोड का कार्य शीघ्र पूर्ण करने का हर तरह से प्रयास करें। कोर्ट ने कहा कि संबंधित विभागों के अधिकारी इसके लिए आवश्यक कार्यवाही करेंगे, जिससे निर्माण कार्य किसी तरह शीघ्र पूर्ण हो जाये। अदालत ने कहा कि, इसमें हम अपने विवेकाधीन क्षेत्राधिकार के अंतर्गत निर्देश नहीं दे सकते, क्योंकि यह कार्यपालिका की परिधि में आता है। कोर्ट ने इसके अतिरिक्त रिंगरोड बनाने में विलम्ब के विरुद्ध दायर जनहित अपील का भी निस्तारण कर दिया।
न्यायमूर्ति देवेंद्र कुमार उपाध्याय और न्यायमूर्ति सौरभ लवानिया की बेंच ने यह निर्णय स्थानीय वकील मोतीलाल यादव की जनहित अपील पर दिया। वादी ने 104 किमी रोड का निर्माण उच्च प्राथमिकता पर पूर्ण कराने के निर्देश दिए जाने की अपील की थी, जिससे लोगों को आने- जाने की परेशानी से छुटकारा मिल सके। वादी के अनुसार, इस रोड का शिलान्यास 16 सितंबर 2016 को हुआ था और अधिकारीयों ने इस परियोजना को मार्च 2018 तक पूर्ण करने का वचन दिया था। इसके पश्चात केवल 20% कार्य किया गया है। वादी ने साल 2020 में भी इसी अनुरोध के साथ एक जनहित अपील दाखिल की थी। तब राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से बताया गया था कि ,प्रारंभ में यह परियोजना जेपी ग्रुप के पास थी, जो इसे पूर्ण नहीं कर पाया। जेपी ग्रुप को सौपी गयी निविदा ख़ारिज कर अब यह कार्य प्राधिकरण ने अनेक ठेकेदारों को दिया है। यह भी बताया था कि, निर्माण कार्य कई भागों में किया जाना है। कोरोना महामारी के कारण से भी कार्य में विलम्ब हुआ। अदालत ने 2 नवंबर 2020 को रिंगरोड को निश्चित वक़्त में पूर्ण करने हेतु हर प्रकार से प्रयास करने की अपेक्षा जाहिर करते हुए अपील का निस्तारण कर दिया था। इसके पश्चात 2 वर्ष से रिंगरोड का कार्य पूर्ण न होने के कारण इसे शीघ्र पूर्ण कराने की अपील के अतिरिक्त वादी ने दूसरी अपील दाखिल की थी।
4 वर्ष का विलम्ब हो चुका है प्रोजेक्ट में
आउटर रिंगरोड का निर्माण 5 सेक्सन में किया जा रहा है। इनमें से 1 सेक्शन लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को पूर्ण करना है, एवं 4 भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को। पीडब्ल्यूडी का 11 किमी लंबा सेक्शन अयोध्या रोड से सुल्तानपुर रोड के मध्य 2021 में प्रारंभ कर दिया है। एनएचएआई के भी 4 में से एक 14 किमी. लंबा सेक्शन अयोध्या रोड से कुर्सी रोड के मध्य गाड़ियों हेतु चालू है। अन्य 3 सेक्शन में कार्य हो रहा है। एनएचएआई के अफसरों के अनुसार, इन 3 सेक्शन में से 2 में लगभग 80% कार्य हो चुका है। सीतापुर रोड से बेहटा के मध्य कार्य अभी 40% ही हो सका है। इसे मार्च 2022 तक पूर्ण किए जाने का लक्ष्य पहले निर्धारित किया गया था। लेकिन कोरोना के कारण वर्ष-2020-2021 को शुन्य समयकाल घोषित कर दिया गया। अब प्रोजेक्ट में सुधार हुआ है। कार्य को पूर्ण करने हेतु नया लक्ष्य दिसंबर 2023 निर्धारित किया गया है।