लखनऊ 8 जनवरी 2023: भंडारण निगम में काफी भ्रष्टाचार प्रकाश में आया है। इसमें सीतापुर एवं हरदोई जैसे शहरों से अनाज से भरे बोरों को लापता कर करोड़ों का भ्रष्टाचार किया गया है। लखनऊ मंडल के तहत यह दोनों जनपद आते हैं। अभी सीतापुर से ही लगभग 1200 अनाज से भरे बोरे लापता हुए हैं। इसमें पहले तो एफआईआर लिखायी गई और अब उसकी जांच ईओडब्लू से कराने की सिफारिश की गई है। सीतापुर के रामकोट थाने में यह केस लिखा गया है।
सीतापुर से पूर्व हरदोई से भी नवंबर 2022 में 1000 बोरे लापता हुए थे। इस प्रकार विगत ढ़ाई महीने में 2200 अनाज के बोरे लापता हुए है। कहा जा रहा है कि, इसमें दलहन और धान के साथ गेंहू रखा हुआ था। इसका मूल्य डेढ़ से दो करोड़ के लगभग है।
50 लाख से अधिक माल तो इओडब्लू करेगी छानबीन
पुलिस के अधिकारियों के अनुसार,यह चोरी 50 लाख रुपए से अधिक की है। इसलिए पुलिस के स्थान पर ईओडब्ल्यू से सहायता प्राप्त की जाएगी। इस समस्त प्रकरण में राज्य भंडारण निगम के अतिरिक्त एफसीआई के अधिकारियों के शामिल होने की भी जानकारी प्राप्त हो रही है।
तिमाही ऑडिट में उजागर खेल
भ्रष्टाचार का यह खेल तिमाही ऑडिट में उजागर हुआ। भंडारण निगम प्रत्येक माह बोरे की गिनती करता है। उसकी ऑडिट होती है। उसी ऑडिट में दोनों ही जनपदों में यह भ्रष्टाचार प्रकाश में आया है। प्रकरण में रामकोट भंडार गृह के प्रभारी प्रभात कुमार और सहायक प्रभारी सुनील कुमार को निलंबित कर दिया गया है। कहा जा रहा है कि यह अनियमितताएं पूर्व में आरएम रहे संजीव कुमार के वक़्त की है। इसलिए जाँच की सीमा में वह भी आ रहे हैं। बोरे लापता होने के पश्चात भी भंडारण निगम एफसीआई को उसकी समस्त धनराशी देगा। भंडारण निगम के जीएम श्रीकांत गोस्वामी के अनुसार,प्रकरण में एफआईआर लिखी है। विभागीय स्तर पर भी छानबीन की जा रही है। दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।