लखनऊ 11 दिसम्बर 2022: सपा और प्रसपा के विलय की घोषणा होने के बाद शनिवार को शिवपाल सिंह यादव लखनऊ आ गए हैं। अब अखिलेश यादव के लौटने का इंतजार किया जा रहा है। अखिलेश- डिंपल के लखनऊ आने के बाद शिवपाल को पार्टी में नयी जिम्मेदारी दी जा सकती है। ऐसे में दोनों पार्टियों के नेताओं में इस बात को लेकर हलचल मची हुई है कि किसका कद बढ़ेगा और किस को किनारे किया जायेगा।
दूसरी तरफ प्रसपा के उन नेताओं के चेहरे पर भी बेचैनी दिख रही है, जो निरंतर सपा के शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ बयानबाजी करते रहे हैं। दोपहर बाद शिवपाल सिंह के लखनऊ लौटते ही उनसे मिलने वालों का तांता लगा हुआ है। फिलहाल सभी की निगाहें भविष्य की रणनीति पर टिकी हुई है
सपा में कई ऐसे नेता हैं, जो शिवपाल को लेकर आग उगलते रहे हैं। अब उनकी बेचैनी बढ़ी हुई है। क्योंकि अखिलेश और शिवपाल एक टेबल पर बैठेंगे तो गाहे-बगाहे दोनों के बीच गफलत पैदा करने वालों पर भी चर्चा हो सकती है। संगठन से जुड़े कई नेता शनिवार को पार्टी कार्यालय में यह टोह लेते दिखाई पड़े कि आखिरकार शिवपाल को कौन सी जिम्मेदारी मिलेगी।