लखनऊ 22 नवम्बर 2022: डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अब खून से सम्बंधित समस्त बीमारियों का इलाज किया जायेगा। शासन की ओर से अस्पताल में हेमेटोलॉजी विभाग और अस्पताल प्रशासन विभाग के संचालन की मंजूरी मिल चुकी है। शासन की ओर से हरी झंडी दिखाए जाने के बाद दोनों ही विभागों को शुरू करने का काम तेजी से किया जा रहा है।
जानकारी हेतु बता दें कि लोहिया अस्पताल की कमान इन दिनों प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद के हाथों में है जिन्होंने लखनऊ पीजीआई में वर्ष 2004 में बोनमैरो यूनिट और हेमेटोलॉजी विभाग का संचालन शुरू किया था और दोनों ही विभाग बेहद सफल भी हुए थे।
निदेशक व प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद ने बताया कि हेमेटोलॉजी विभाग में खून से जुड़ी हुई सभी प्रकार की बीमारियों जैसे खून की कमी, ब्लड कैंसर, जेनेटिक बीमारी जैसे थैलेसीमिया और हीमोफीलिया के साथ ही अप्लास्टिक एनीमिया की जांच के साथ ही उनका इलाज भी किया जायेगा। इसके साथ ही बोन मैरो ट्रांसप्लांट भी शुरू किया जाएगा।
अभी लोहिया अस्पताल में हफ्ते में मात्र 2 दिन मंगलवार और शुक्रवार को ही हेमेटोलॉजी विभाग की ओपीडी होती है। इसके अलावा मरीज भी भर्ती किए जा रहे हैं। प्रतिदिन 8 से 10 मरीज आ रहे हैं। अभी लोहिया अस्पताल में दो ओपीडी चल रही हैं, इसका पूरा अलग ही विभाग शुरू होने के बाद मरीजों को और बेहतर इलाज मिल सकेगा।
प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद ने बताया कि वह खुद भी अपने विभागीय कमरे में मरीजों को देखती हैं। साथ ही यह भी बताया कि पीजीआई में उन्होंने लंबा वक्त दिया था तो उनके जो पुराने मरीज हैं उनका विश्वास आज भी उन्हीं पर ही बना हुआ है तो वो भी उन्हीं के पास ही आते हैं।
अस्पताल प्रशासन से बेहतर होगा संचालन
प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद ने बताया कि अस्पताल प्रशासन विभाग को और विकसित किया जा रहा है। अस्पताल प्रशासन अस्पताल के लिए बेहद जरूरी है क्योंकि यहीं से पूरे अस्पताल की गतिविधियों पर नजर रखी जा सकती है, असुविधा व कमी को समाप्त करने के लिए महत्वपूर्ण फैसले इस विभाग में लिए जाते हैं। इस विभाग के बन जाने के बाद अस्पताल का संचालन और बेहतर ढंग से हो पाएगा और मरीजों को और बेहतर जांच और इलाज की सुविधाएं कैसे प्रदान की जा सके उसकी भी चर्चा रोजाना इसमें की जाएगी।