लखनऊ 17 दिसम्बर 2022: प्रदेश सरकार की योजना दूरदराज गांवों में निवास करने वालों को भी उनके घर के समीप उपचार उपलब्ध कराने की है। इस सम्बन्ध में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सुविधाओं में वृद्धि की जा रही हैं। पीएचसी के अतिरिक्त हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्थापित किये गये हैं। वास्तव में अनेक स्थानों पर डाक्टरों की कमी है।
इसको खत्म करने हेतु ई-संजीवनी एप के द्वारा टेली मेडिसिन की सुविधा प्रदान कराई जा रही है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने आदेश निकाल कर प्रत्येक वेलनेस सेंटर पर हेल्थ कम्यूनिटी अधिकारी (सीएचओ) के लिए टेली कंसल्टेशन की सुविधा उपलब्ध कराना आवश्यक कर दिया है।
एक लाख से अधिक लोगों को प्रतिदिन उपलब्ध होगी सुविधा
यदि 14 दिसंबर के आकड़ों पर नजर डालें तो 4277 सीएचओ ने ई-संजीवनी एप के द्वारा 24 हजार 962 लोगों को टेली कंसल्टेशन की सुविधा प्रदान कराई। जबकि 7 दिसंबर को यह आंकड़ा लगभग 27 हजार था। तब 8326 सीएचओ ई-संजीवनी एप पर सक्रिय थे। प्रदेश में लगभग 21 हजार हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर हैं। इन सभी पर आने वाले समय में सीएचओ की नियुक्ति की जाएगी। इसके अतिरिक्त समस्त वेलनेस सेंटरों से रोजाना एक लाख से अधिक लोगों को टेली कंसल्टेशन की सुविधा उपलब्ध होने लगेगी।
हेल्थ एटीएम
स्वास्थ्य विभाग ने लखनऊ समेत अनेक जनपदों में विभिन्न तरीकों से लगभग 200 हेल्थ एटीएम बनाये हैं। यह एटीएम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्थापित किये गये हैं। इन एटीएम के द्वारा जहां 30 तरह की जांचें सरलता से की जा सकेंगी, वहीं मरीजों को यह डॉक्टर से सामना कराएंगी। लखनऊ में इसको शुरु किया जा चूका है। अन्य जनपदों में भी शुक्रवार से यह सुविधा प्रारंभ हो गई। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य का यकीन करें तो आने वाले 2-3 दिन में समस्त 200 हेल्थ एटीएम से वीडियो कंसल्टेशन की सुविधा मरीजों को उपलब्ध होने लगेगी