लखनऊ 21 नवम्बर 2022:महापौर और पार्षदों के कार्यकाल का अंतिम पुनरीक्षित बजट ((2022-23) सोमवार को नगर निगम की कार्यकारिणी समिति के समक्ष 11 बजे पेश होगा। इस में स्ट्रीट लाइट के बजट में करीब चार करोड़ की वृद्धि की गई है जिससे नगर निगम सीमा में सम्मलित किये गए 88 गांवों में स्ट्रीट लाइटों का इंतजाम किया जाएगा।दरअसल, पार्षदों ने कार्यकाल के अंतिम समय सदन में यह मुद्दा उठाया था कि हर वार्डों के लिए स्ट्रीट लाइटों को उपलब्ध कराया जाए। हालांकि, नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने कहा था कि अगर बजट में वृद्धि होती है तो वह स्ट्रीट लाइटों को बढाने पर विचार करेंगे।
हालांकि, पुनरीक्षित बजट में किसी नए कर और कर में वृद्धि का कोई प्रस्ताव नहीं है। नगर निगम ने नीतिगत निर्णय लेने के लिए महापौर की अध्यक्षता वाली (12 पार्षद) कार्यकारिणी समिति गठित हैं, जिसके समक्ष ही पुनरीक्षित बजट प्रस्तुत होगा। हालांकि 295 करोड़ रु की देनदारी के बाद भी नगर निगम ने आय बढ़ाने हेतु कोई विशेष चिंता नहीं की है।
नगर निगम चालू वित्तीय वर्ष में 170 करोड़ रु से सड़कों की मरम्मत व नवीनीकरण के कामों पर खर्च करेगा। नई सड़कों के निर्माण पर एक करोड़ रु खर्च किये जायेंगे। नाला निर्माण व उसकी मरम्मत पर एक करोड़ रु खर्च किये जायेंगे। भवनों के निर्माण पर एक करोड़ रु व भवन मरम्मत पर एक करोड़ रु खर्च किये जाये। स्ट्रीट लाइटों के नए कार्यों पर छह करोड़ रु खर्च किये जायेंगे तो मरम्मत कार्य पर 70 लाख रु का बजट है।
बजट पर एक नजर-
- कल्याण मंडपों के निर्माण के लिए डेढ़ करोड़ रु।
- श्मशान घाट व कब्रिस्तान की मरम्मत के लिए 30 लाख रु।
- स्ट्रीट लाइटों के अनुरक्षण के लिए 11 करोड़ रु।
- दैवीय आपदा के लिए चार करोड़ रु।
- संविदा सफाई ठेके के लिए 140 करोड़ रु।
- अस्थाई रैन बसेरा के निर्माण के लिए 50 लाख रु।
- नये विधुत शवदाह गृह का निर्माण व अनुरक्षण के लिए 20 लाख रु।
- वेंडिंग जोन के अनुरक्षण व संचालन के लिए एक करोड़ रु।
इन योजनाओं पर खर्च किया जायेगा—
- महिला बाजार का निर्माण सात करोड़ रु।
- अनुसुईया रसोई के लिए एक करोड़ रु।
आय
- कुत्तों पर कर 50 लाख रु (लाइसेंस शुल्क)।
- भवन कर से 385 करोड़ रु (मूल बजट में 325 करोड़ रु का प्रावधान रखा गया था)।
- विज्ञापन शुल्क से दस करोड़ रु।
- प्रेक्षागृहों से कर डेढ़ करोड़ रु।
- कल्याण मंडप किराया एक करोड़ रु।
- पार्किंग ठेकों से आय 25 करोड़ रु।
- लाइसेंस शुल्क पांच करोड़ रु।
- यूजर चार्ज से 55 करोड़ रु।