एसटीएफ(STF) को लखनऊ में बड़ी सफलता मिली है। यहां देर रात एक मुठभेड़ में पूर्वांचल का बड़ा बदमाश अली शेर ढेर कर दिया गया, इस पर एक लाख का इनाम घोषित था दूसरे का नाम कामरान था इस पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित था। दोनों कुख्यात अपराधी को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया है।
कहा हुआ इनकाउंटर:
मुठभेड़ का नेतृत्व करने वाले एएसपी, एसटीएफ, विशाल विक्रम सिंह ने कहा, अलीशेर और उसका सहयोगी कामरान लखनऊ के पुराने शहर के एक प्रमुख व्यापारी नेता को मारने की योजना बना रहे थे। गुप्त सूचना मिलने के बाद, एक टीम ने जाल बिछाया और उन्हें घेला पुलिस चौकी और फैजुल्लागंज रोड के बीच मडियांव इलाके में घेर लिया।
जब दोनों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया, तो उन्होंने एसटीएफ टीम पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। जवाबी गोलीबारी में उन दोनों को गोलियां लगीं। बाद में दोनों को महानगर के भाऊराव देवरस अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया गया।
अलीशेर के खिलाफ 24 से अधिक मामले थे:
अलीशेर बहुत शातिर बदमाश था जो देश के विभिन्न राज्यों में घूम-घूम कर हत्या की वारदातों को अंजाम दिया करता था। इसी बदमाश ने अभी हाल ही में झारखंड के रांची जिले के थाना पालू क्षेत्र में बीजेपी नेता की हत्या की थी। अलीशेर के खिलाफ 24 से अधिक मामले थे, जिनमें से पांच आजमगढ़ में हत्या के थे। अन्य मामले लूट और डकैती के थे। वह भारत के 20 राज्यों में रंगदारी के रैकेट चलाता था।
साथी कामरान भी ढेर:
अलीशेर के साथ उसका साथी कामरान उर्फ बन्नू भी मुठभेड़ में ढेर किया गया है। यह बदमाश हमेशा अली शेर के साथ में रेकी और घटना को अंजाम देता था। कामरान आजमगढ़ के थाना क्षेत्र गंभीरपुर का रहने वाला था। कामरान के खिलाफ आजमगढ़ में दो आपराधिक मामले दर्ज हैं है। लखनऊ में ये किसी बड़े व्यापारी नेता की सनसनीखेज हत्या करने के इरादे से आये थे।
हथियार बरामद:
यूपी एसटीएफ के जवाबी फायरिंग में ढ़ेर हुए बदमाशों के पास से एसटीएफ टीम को 30 एमएम की एक कार्बाइन, 9 एमएम की एक पिस्तौल, 32 बोर का एक तमंचा और बाइक और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए हैं।