लखनऊ 25 नवम्बर 2022: उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) ने मेट्रो स्टेशनों पर नियुक्त स्टेशन नियंत्रकों को ट्रेन संचालन का प्रशिक्षण देना प्रारम्भ कर दिया है। अब स्टेशन नियन्त्रक भी मेट्रो चलाते हुए दिखाई देंगे। एक माह का प्रशिक्षण ट्रांसपोर्ट नगर स्थित मेट्रो डिपो में दिया जाएगा। वर्तमान में मेट्रो चला रहे ट्रेन संचालकों को स्टेशन नियन्त्रक का प्रशिक्षण दिया जाएगा। ट्रेन संचालक अब स्टेशन नियन्त्रक की जिम्मेदारी संभालने की तैयारी में हैं और चौधरी चरण सिंह से मुंशी पुलिया के मध्य नियुक्त स्टेशन नियन्त्रक ट्रेन संचालक की जिम्मेदारी संभालेंगे।
यूपीएमआरसी के इस प्रयास से दोनों विभाग के कर्मचारी दोनों कार्यों के जानकार हो जाएंगे। ट्रांसपोर्ट नगर स्थित मेट्रो डिपो में ट्रेन संचालक को पहले मेट्रो के बारे में पढ़ाया जाएगा। फिर प्रैक्टिकल के लिए सिम्यूलेटर पर ले जाकर प्रशिक्षण दिया जाएगा। सिम्यूलेटर के जरिए मेट्रो के सभी फंक्शन की जानकारी देने के साथ ही मेट्रो ट्रैक पर मेट्रो चलाते हुए किन-किन सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए, उसकी विस्तृत जानकारी बताई जाएंगी।
प्रशिक्षण पूरा होने के बाद नए मेट्रो संचालक को यार्ड में बने 635 मीटर लंबे मेट्रो ट्रैक पर मेट्रो चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके पश्चात चौधरी चरण सिंह से मुंशी पुलिया के मध्य मेट्रो चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान मेट्रो चलाते समय क्या- क्या सावधानियां बरती जानी चाहिए, उसके सम्बन्ध में विशेषज्ञों द्वारा अवगत कराया जाएगा। यह प्रशिक्षण मेट्रो द्वारा चरणबद्ध तरीके से सुबह छह बजे से रात दस बजे तक दिया जाएगा।
सीबीटीसी के बारे में जानकारी दी जाएगी
मेट्रो ट्रेन संचालक को कम्यूनिकेशन बेस्ड कंट्रोल सिस्टम साफ्टवेयर (सीबीटीसी) के बारे में बताया जाएगा। सीबीटीसी ऐसी तकनीक है कि मेट्रो को बिना मेट्रो ट्रेन संचालक के भी चलाया जा सकता है। इस साफ्टवेयर के द्वारा मेट्रो ट्रेन को वर्तमान में चलाया जा रहा है। किस स्टेशन पर कितनी देर रुकना है, मेट्रो का दरवाजा कितनी देर के लिए खुलेंगे और कितनी देर पश्चात बंद होंगे। यह सब साफ्टवेयर में फीड हैं। मेट्रो के 95 फीसद फंक्शन सीबीटीसी से लैस है,अधिकारियो का कहना है कि मेट्रो ट्रेन को बिना मेट्रो ट्रेन संचालक के भी संचालित किया जा सकता है।