लखनऊ 26 जनवरी 2023: एसजीपीजीआई ने रोबोटिक आपरेशन हेतु लगभग 4 माह के इंतजार एवं अच्छे रिजल्ट के कारण शासन से एक दूसरा रोबोट उपलब्ध कराने की मांग के लिए प्रस्ताव बनाया गया है।
एसजीपीजीआई रोबोटिक आपरेशन के प्रभारी एवं यूरोलाजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.एम.एस.अंसारी ने कहा कि, संस्थान को जनवरी 2021 में रोबोट उपलब्ध कराया गया था।
संस्थान में इस वक़्त यूरोलाजी ,कार्डियक, गैस्ट्रो,पीडियाट्रिक सर्जरी इत्यादि विभागों में रोबोटिक आपरेशन किये जा रहे हैं। प्रत्येक विभाग को हफ्ते में 1-1 दिन रोबोट दिया जाता है। इसी कारण से इंतजार अधिक होता है। जिसको समाप्त करने हेतु शासन से एक और रोबोट की मांग की जा रही है। एसजीपीजीआई में रोबोटिक आपरेशन का खर्च प्राईवेट संस्थानों के मुकाबले लगभग 20% ही होता है।
कोविड महामारी के पश्चात भी संस्थान ने अब तक लगभग सवा 500 से अधिक रोबोटिक आपरेशन किये हैं। अब तक यूरो सर्जरी में 255, बाईपास सर्जरी-48, गैस्ट्रो सर्जरी-75, पीडियाट्रिक सर्जरी-24, इंडो सर्जरी-67, अन्य 60 रोबोटिक आपरेशन किये जा चुके हैं। किसी भी सरकारी संस्थान में रोबोट प्राप्त करने वाला एसजीपीजीआई पहला संस्थान है।
सामान्य आपरेशन के मुकाबले अधिक सटीक व सुरक्षित
प्रो.अंसारी ने बताया कि, रोबोट आपरेशन से चीरा अधिक सटीक एवं कम होता है। और सामान्य आपरेशन के मुकाबले ब्लड कम बहता है। इस कारण मरीजों की शीघ्र छुट्टी कर दी जाती है। जिसके कारण लोगों का लगाव इसकी तरफ काफी बढ़ा है।
अच्छे रिजल्ट के कारण स्वीकृति मिलने की संभावना
रोबोटिक आपरेशन अधिक सुरक्षित एवं सटीक होने के कारण इसकी बहुत मांग है,एवं इसके रिजल्ट संभावना से अधिक अच्छे दिखाई दे रहे हैं। जिसके कारण शासन से एक और रोबोट की मांग का प्रस्ताव बनाया गया है। संभावना है, शासन इसे स्वीकृत कर देगा।