गरीबों के लिए आवास तैयार करने में अनेक बिल्डर असफल , अनेक विकास प्राधिकरणों ने तो एक भी आवास नहीं तैयार किया।

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लखनऊ 19 जनवरी 2023: हाईटेक व इंटीग्रेटेड टाउनशिप एंव अफोर्डेबल हाउसिंग नीति के अंतर्गत चलाये जा रहे आवासीय योजनाओं में  निर्धारित लक्ष्य के अनुसार गरीबों के लिए आवास तैयार करने में अनेक बिल्डर बेकार निकले हैं। अब सरकार इस प्रकार के बिल्डरों के विरुद्ध कार्यवाही करने की योजना बना रही है। इन योजनाओं में गरीबों के लिए ईड्ब्लूयएस  एवं एलआईजी श्रेणी के आवास तैयार करने लक्ष्य दिया गया था, परन्तु ज्यादातर बिल्डरों ने इसमें रूचि नहीं दिखाई है। आवास विकास परिषद सहित 32 में से 19 विकास प्राधिकरणों में लक्ष्य पूर्ण नहीं हो पाया है।


प्रत्येक वित्तीय वर्ष में आवास विकास परिषद सहित प्रदेश के 27 विकास प्राधिकरण एवं 5 विशेष विकास प्राधिकरणों को उनकी योजनाओं में गरीबों को सस्ते आवास दिलाने हेतु ईडब्ल्यूएस व एलआईजी श्रेणी के आवास तैयार करने का भी लक्ष्य दिया जाता है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में दिए गए लक्ष्य के अनुसार,2 वर्ष में ईडब्ल्यूएस श्रेणी के 41000 आवास तैयार होने थे,परन्तु अब तक तैयार किये गए केवल 4178 आवास। यानि तय लक्ष्य का  केवल 10.19%। इसी तरह एलआईजी के 22000 आवास तैयार करने के लक्ष्य के विपरीत केवल 5265

वर्तमान वित्तीय वर्ष के खत्म होने में भी लगभग 2 माह का वक्त बाकी है। परन्तु दोनों श्रेणी के आवास तैयार करने की स्थिति पूर्व वित्तीय वर्ष से भी दयनीय है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक ईडब्ल्यूएस के 54348 व एलआईजी श्रेणी के 31854 आवास तैयार करने के लक्ष्य निर्धारित किये गये हैं। अभी तक ईडब्ल्यूएस के केवल 754 आवास तैयार हुए हैं। एवं 14085 आवास निर्माणाधीन हैं। एलआईजी के भी केवल 553 आवास ही तैयार हो पाये हैं।

विशेष बात यह है कि,जो विकास प्राधिकरण विगत वर्ष लक्ष्य पूर्ण करने में बेकार निकला था, वही प्राधिकरण इस  वर्ष भी अब तक दोनों श्रेणियों के एक भी आवास नहीं तैयार कर पाये हैं।इस तरह के प्राधिकरणों में लगभग 19 विकास प्राधिकरण एवं 5 विशेष प्राधिकरण क्षेत्र सम्मिलित हैं। ईडब्लूयएस श्रेणी के आवास तैयार करने के संबंध में इलाहाबाद, हापुड़-पिलखुआ,रायबरेली,बरेली व मथुरा-वृंदावन प्राधिकरणों की स्थिति संतोषजनक रही ।  हालाँकि आवास विकास परषिद सहित गाजियाबाद, कानपुर और मुरादाबाद विकास प्राधिकरण निर्धारित लक्ष्य का  केवल 30% आवास ही तैयार हो पाये थे।   

ईडब्ल्यूएस- लखनऊ,आगरा,मेरठ,अलीगढ़,गोरखपुर,वाराणसी,बांदा,बुलंदशहर,फैजाबाद,फिरोजाबाद, झांसी, मुजफ्फरनगर,सहारनपुर,उन्नाव,रामपुर,उरई,खुर्जा, आजमगढ़, बागपत, (समस्त विकास प्राधिकरण)। इसके अतिरिक्त कुशीनगर,शक्तिनगर,चित्रकूट,कपिलवस्तु और मिर्जापुर विशेष प्राधिकरण क्षेत्रों ने एक भी आवास नहीं तौयार किये हैं।

एलआईजी- गाजियाबाद,लखनऊ,मुरादाबाद,अलीगढ़,गोरखपुर,वाराणसी,बांदा,बुलंदशहर,फैजाबाद,फिरोजाबाद, झांसी, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, उन्नाव, रामपुर, उरई,आजमगढ़ व बागपत, ( समस्त विकास प्राधिकरण) और कुशीनगर, शक्तिनगर, चित्रकूट, कपिलवस्तु एवं मिर्जापुर विशेष प्राधिकरण क्षेत्रों ने एक भी आवास नहीं तैयार किये हैं।

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