लखनऊ 22 जनवरी 2023: उप्र परिवहन निगम की ख़राब हो रही आर्थिक स्थिति को सुधारने हेतु परिवहन निगम की बसों के किराये में वृद्धि की जा रही है। परिवहन निगम की आर्थिक स्थिति इस प्रकार की हो गयी है, कि उसे अपने कर्मियों को वेतन देने हेतु अपनी फिक्स डिपाजिट तुड़वानी पड़ रही है।
अप्रैल से दिसम्बर 2022 तक रोड वेज को 210 करोड़ की हानि हुई थी। जो मार्च तक बढकर 250 करोड़ तक पहुचने की उम्मीद बताई जा रही है। जिसके कारण रोडवेज वर्ष 2022 के पश्चात अब वर्ष 2023 में किराये में वृद्धि करेगा। जिसके लिए वित्त नियंत्रक ने शासन को पत्र लिखकर 25 पैसा प्रति किमी प्रति यात्री किरये में वृद्धि करने का प्रस्ताव भेजा है। इससे यात्रियों को 100 किमी तक बस से सफर करने पर लगभग 25 रुपया अधिक किराया चुकाना पड़ेगा। इस समय सामान्य बस का किराया 1 रुपया 5 पैसा प्रति किमी प्रति यात्री है। जो अब वृद्धि होकर 1 रूपये 30 पैसा प्रति किमी प्रति यात्री होगा।शासन को उपलब्ध कराये गये किराया वृद्धि के प्रस्ताव को स्वीकृति प्राप्त होने के पश्चात बोर्ड से प्रस्ताव पास कराकर वृद्धि किये गये किराये को लागु किया जायेगा।
5 शहरों के बीच सामान्य बसों के किराये में वृद्धि की सूचि
- लखनऊ से कानपुर-22 रुपये
- लखनऊ से प्रयागराज-52 रुपये
- लखनऊ से गोरखपुर-65 रुपये
- लखनऊ से वाराणसी-73 रुपये
- लखनऊ से दिल्ली-125 रूपये
किराया में वृद्धि का कारण
- पुरानी बसों की मरम्मत में अधिक खर्च होने के कारण नयी बसों को खरीदना
- स्पेयर पाटर्स में टायर, ट्यूब, बैटरी के मूल्यों में 30% की वृद्धि
- डीजल का मूल्य 65 रुपये से बढ़कर 90 रुपये प्रति लीटर होना
प्रति वर्ष यात्रियों के किराये में होती रही वृद्धि
विगत 10 वर्षों से बस यात्रियों के किराये में प्रति वर्ष वृद्धि की जा रही। जिसमें वर्ष 2012 में 4 पैसा प्रति किमी प्रति यात्री किराया में वृद्धि हुई थी। इसी तरह 2013 में भी 4 पैसा, 2014 में 5 पैसा, 2016 में 7 पैसा, 2017 में 9 पैसा एवं 2020 में 10 पैसा अब 2023 में 25 पैसा प्रति यात्री प्रति किमी किराया में वृद्धि की योजना है।
रोडवेज के प्रबंध निदेशक संजय कुमार के अनुसार, रोडवेज आर्थिक कठिनाइयों से गुजर रहा है। 2 सालों से किराये में वृद्धि नहीं हुई। इसलिए यात्रियों को उचित बस सेवा प्रदान करने की उम्मीद से किराये में वृद्धि करने पर विचार किया जा रहा है। इंधन, पार्ट्स एवं टोल के मूल्यों में निरंतर वृद्धि हो रही है। किराया में वृद्धि का फैसला शासन स्तर द्वारा होगा।
उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है। आलम यह है कि रोडवेज अपनेफिक्स डिपाजिट तुड़वाकर कर्मियों को वेतन बांट रहा है। वित्त नियंत्रक ने शासन को भेजेपत्र में 25 पैसा प्रति किलोमीटर प्रति यात्री बढ़ानेका प्रस्ताव भेजा है। यह भी कहा है कि किराया तत्काल नहीं बढ़ाया गया तो राजकोषीय घाटा और बढ़ेगा और परिवहन निगम की आर्थिक स्थिति खराब हो जाएगी। अप्रैल से दिसंबर 2022 तक रोडवेज का नुकसान 210 करोड़ था और मार्च तक बढ़कर 250 करोड़ पहुंच जाने की संभावना जताई है।
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