लखनऊ 23 जनवरी 2023: साइबर जालसाजों ने ठगी का नया तरीका प्रयोग करते हुए मुंबई पुलिस बनकर व्हाट्सएप पर फर्जी एफआईआर की फोटो भेजकर जेल जाने से बचाने हेतु सहायता करने का भरोसा देते हुए महिला से 10 लाख रूपये ठग लिए।
डा.राम मनोहर लोहिया संस्थान कैम्पस स्थित अपार्टमेंट में परिवार सहित रहने वाली विभा के अनुसार, कुछ दिन पूर्व एक अजनबी नंबर से काल आयी। ट्रू कालर पर जिसका नाम अंकित दादा लिखा था। कालर ने स्वयं को मुंबई पुलिस का कर्मचारी बताते हुए कहा की, आपके आधार कार्ड का उपयोग कर गैर क़ानूनी तरीके से एक पार्सल मुंबई से ताईवान भेजा गया है एवं एफ आईआर की फोटो व्हाट्सएप पर भेजकर क़ानूनी कार्यवाही हेतु पुलिस को घर आने के संबंध में बताया। व्हाट्सएप पर भेजे गये एफआईआर में पीडिता का नाम दर्ज था।
10 लाख में सहायता करने की बात कही
एफआईआर में अपना नाम देख कर विभा घबड़ा गयीं एवं उसी नंबर पर काल किया काल रिसीव करने वाले ने स्वयं को प्रभात कुमार गुन्टू कहा। उसने अनेक अभिलेख भेजते हुए बताया की, आपके आधार कार्ड का गैर क़ानूनी प्रयोग किया गया है। खाते की जाँच की जाएगी एवं आपको 10 लाख देने होंगे जिसे बाद में वापस कर दिया जायेगा।
रूपये वापस न मिलने पर हुई आशंका
जालसाज ने डराया कि ,किसी को कुछ मत बताना अन्यथा सहायता नहीं कर पाउँगा। बदनामी के डर से विभा ने जालसाज को उसके बताये गये खाते में 10 लाख रूपये ट्रान्सफर कर दिये। रूपये वापस न मिलने पर आशंका हुई। परिवार वालों को सारी बात बताई जिसके पश्चात विभा ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया। प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम थाना मो.मुस्लिम खान के अनुसार, मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है।
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