Lucknow Samachar 5 मार्च 2023: साइबर ठगों ने डीजीपी के सरकारी नंबर की स्पूफिंग कर कानपुर के 2 थानेदारों सहित अनेक पुलिस अफसरों को फोन कर धमकाया। अनेक अवैध काम करने को कहा, एवं अनेक जानकारियां डीजीपी बनकर लीं।
एक आरोपी एवं कानपुर के सजेती थाना प्रभारी की वार्ता का एक ऑडियो प्रकाश में आने पर इसकी जानकारी हुई। प्रकरण डीजीपी से सम्बंधित होने के कारण पुलिस ने 26 फरवरी को हजरतगंज कोतवाली में केस दर्ज करने के पश्चात 3 टीमें लगाकर जांच प्रारंभ कर दी है।
आवाज में भिन्नता पाए जाने पर जांच प्रारंभ
सब इंस्पेक्टर दयाशंकर ने FIR में दर्शाया है कि, एक ऑडियो 26 फरवरी को प्राप्त हुआ। जिसमें कानपुर के सजेती थानेदार को फोन करने वाला स्वयं को डीजीपी डीएस चौहान बता रहा था।
आवाज में भिन्नता पाए जाने पर जांच प्रारंभ हुई। जांच में पता चला कि, डीजीपी ने ऐसा कोई फोन नहीं किया। साथ यह भी पता चला कि, उसने अनेक दुसरे थानेदार व अफसरों को भी कॉल की है। किसी ने ये फोन उनके सीयूजी नम्बर की स्पूफिंग कर किये हैं।
एक अपराध की दी फर्जी जानकारी
पुलिस जांच में सामने आया कि 19 फरवरी को कानपुर के बाबूपुरवा थाना प्रभारी को भी साइबर ठग ने कॉल किया था। उसने एक अपराध की फर्जी जानकारी इन थानाध्यक्ष को दी। फिर डांटते हुए अपशब्द कहे और कहा कि, कुछ करते ही नही हो।
साफ्टवेयर या एप के द्वारा होती है स्पूफिंग
स्पूफिंग साफ्टवेयर या एप के द्वारा होती है। एंड्रायड प्लेटफार्म पर ऐसे अनेक एप मौजूद है।साइबर टीम के मुताबिक कॉल स्पूफिंग का इस्तेमाल अधिकतर अपराधी करते हैं।
इस तकनीक के द्वारा अपराधी मनचाहे नम्बर को दूसरे की कॉलर आईडी पर दिखा सकते हैं। मोबाइल नंबर स्पूफिंग अथ्वा कॉल स्पूफिंग में कालर आईडी की सूचना में परिवर्तन करने की प्रक्रिया को कॉल नंबर स्पूफिंग कहते हैं।
ये भी पढ़े
उप मुख्यमंत्री के निर्देश,समस्त हास्पिटलों में नेत्र व त्वचा रोग विशेषज्ञ होली पर रहेंगे उपस्थित, आपात स्थिति में अविलम्ब बुलाया जाएगा।
Nikay Chunav: मेयर एवं अध्यक्ष की सीटों का आरक्षण पूरी तरह से होगा परिवर्तित, संशोधन में सीटों का आरक्षण ट्रिपल टेस्ट के अनुसार करने का प्रावधान।
3 thoughts on “डीजीपी के सरकारी नंबर की स्पूफिंग, साइबर ठगों ने कानपुर के 2 थानेदारों सहित अनेक पुलिस अफसरों को फोन कर धमकाया”
Comments are closed.