लखनऊ 17 फरवरी 2023: लखनऊ का नाम परिवर्तित कर लक्ष्मण नगरी करने की मांग पर सीएम् योगी ने बताया कि, लखनऊ की परंपरा ऐतिहासिक एवं पुरानी है, लखनऊ अपने आप में एक ऐतिहासिक नाम भी है, इस वजह से अभी लखनऊ के रूप में इसकी पहचान है, इसका नाम अभी लखनऊ ही रहेगा।
सीएम् योगी ने कहा कि, हम नाम परिवर्तन करने का पहले ही ऐलान नहीं करते, जब करेंगे तब दमदार तरीके से करेंगे। लखनऊ हमारे प्रदेश की राजधानी होने के साथ-साथ इसकी पौराणिक पहचान भी है।
बेगम हजरत महल 1857 की क्रांति की बहुत बड़ी वीरांगना थीं। लखनऊ का नाम लाखन पासी वाली सलाह पर बताया कि, लाखन पासी एक पराक्रमी राजा थे।
राजनीती में उनके रूप में है तीसरी पीढ़ी
सीएम् योगी ने कहा कि, देश तथा प्रदेश की जनता के लिए हमारा जीवन समर्पित है। हमारा हर कार्य राष्ट्र प्रथम की भावना से एवं राष्ट्रीय एकत्व की भावना से होता है। राजनीती में उनके रूप में तीसरी पीढ़ी है।
गोरखपुर के सांसद के रूप में उन्होंने गोरखपुर सहित पूर्वांचल की उन समस्याओं को उठाया, जिनका निस्तारण काफी लम्बे वक़्त से नहीं हो पाया था।
जब उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ, तब उन्होंने किसी अन्य को दोषारोपित करने के बजाय अपनी जिम्मेदारी स्वीकार की।
साल 2017 से पहले इंसेफ्लाइटिस बीमारी एवं अन्य मुद्दों हेतु वे सड़क से संसद तक संघर्ष करते थे। आज पूर्वांचल में इंसेफेलाइटिस बीमारी पर 96% तक नियत्रंण पा लिया गया है।
मुख्यमंत्री के रूप में उन्हें सेवा का विस्तृत अवसर प्राप्त हुआ है, और वे इसका काफी उपयोग प्रदेशवासियों की समृद्धि हेतु कर रहे हैं। सीएम् योगी ने बताया कि, वह आज भी वही हैं, जो वर्ष 2017 से पहले थे। जब वह फैसला करते हैं, तो उसे परिणाम तक भी पहुंचाते हैं।
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