स्टेट एसआईटी ने लेसा को 1.10 करोड़ का नुकसान पहुँचाने वाली 3 कंपनियाें के विरुद्ध दर्ज किया केस, उपभोक्ताओं की मिलीभगत से की जालसाजी

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Lucknow Samachar 22 फरवरी 2023: स्टेट एसआईटी (एसएसआईटी) नेऑनलाइन बिलिंग के डाटा में हेराफेरी कर लेसा, लखनऊ को लगभग 1.10 करोड़ का   नुकसान पहुँचाने वाली 3 कंपनियाें के विरुद्ध केस दर्ज किया है।

शासन ने साल 2004 से 2008 के दौरान ऑनलाइन बिलों में हेराफेरी कर लेसा को लगभग 2.50 करोड़ की वित्तीय नुकसान पहुंचाने के मामले की जांच 17 अगस्त 2010 को एसएसआईटी को दी थी।

जांच में पता चला कि, उपभोक्ताओं की मिलीभगत से लेसा से ऑनलाइन बिलिंग हेतु अनुबंध करने वाली सीएमसी, सीएमएस एवं रैम इंफार्मेटिक्स कंपनी ने जालसाजी की थी।

इन कंपनियों के अफसरों एवं कर्मचारियों ने उपभोक्ताओं के बिजली बिल के डाटा में गड़बड़ी कर तय से कम धनराशि के  जाली बिल बनाए।

कुल 668 उपभोक्ताओं के बिलों में गड़बड़ी करके 1.10 करोड़ का वित्तीय नुकसान लेसा, लखनऊ को  पहुँचाया गया। बिलिंग सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी कर बकाया एवं अधिभार हटाकर बिलों का एरियर ड्रॉप किया।

जिससे लेसा को साल 2004 में 187 उपभोक्ताओं के बिलों में लगभग 4.88 लाख रुपये, साल 2005 में 21 उपभोक्ताओं के बिलों में 29,458 रुपये, साल 2006 में 22 बिलों में 86,140 रुपये, साल 2007 में 303 बिलों में 66,13,506 रुपये, साल 2008 में 135 बिलों में 37,90,694 रुपये एरियर की गड़बड़ी से राजस्व का नुकसान हुआ।

केस में हुए ये नामजद

प्रोजेक्ट कोआर्डिनेटर प्रतीश पाटनी, प्रोजेक्ट मैनेजर अवनीश कुमार श्रीवास्तव, सीएमसी लिमिटेड के मैनेजर अजय सिंह, सीएमएस कंप्यूटर्स लिमिटेड के क्षेत्रीय प्रबंधक राजीव मेहता, प्रोजेक्ट मैनेजर प्रदीप विसारिया, सीनियर टेरोटरी मैनेजर रंजीत कुमार सतपथी एवं रैम इंफार्मेटिक्स के डीबीए आशीष झा।

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