लखनऊ 20 जनवरी 2023: यूपी STF की टीम ने बुधवार को अहिमामऊ चौराहे के निकट से अंतर्राज्यीय गाड़ी चोर गैंग के मुखिया समेत 4 को हिरासत में लिया है। मुखिया के ऊपर 25 हजार रुपए का पुरस्कार था। इनके पास से एसयूवी कार, इंटरनेट डोंगल, डेबिट कार्ड, 8 नंबर प्लेट समेत वस्तुएं मिलीं है।
दिल्ली से खरीदे थे लॉक तोड़ने के औजार
जाँच में आरोपी प्रमोद ने कहा कि,आदित्य व अमन जल्द ही के दिनों में जेल से छूटकर आए हैं। दोनों ने फरीदाबाद दिल्ली जाकर वाहन चोरी में उपयोग किये जाने वाले औजार खरीदें हैं। इन औजारों को खरीदने हेतु अभिषेक दुबे उर्फ राजा ने 1 लाख रुपए दिए थे।
प्रमोद ने कहा कि,रंजन चंदौली से अपने मौसेरे भाई रितिक कुमार को लेकर 4 वाहनों के जाली नंबर प्लेट के साथ लखनऊ पहुंचा था। एसटीएफ के अफसरों के अनुसार, आरोपियों के विरुद्ध प्रयागराज, मिर्जापुर, सोनभद्र, आगरा में अनेक मुकदमें दर्ज हैं। आरोपियों के विरुद्ध सुशांत गोल्फ सिटी थाने में मुकदमा लिखा गया है।
25 हजार का इनामी था
एसटीएफ के एएसपी सत्यसेन यादव के अनुसार, STF ने अहिमामऊ बुधवार रात लगभग 8.30 बजे चौराहे के निकट एक संदिग्ध स्थिति में खड़ी एसयूवी पकड़ी । जिसमें उपस्थित चंदौली के सकलडीहा के रहने वाले अमन गौड़, बिहार भभुआ सकरी के प्रमोद चौधरी, रोहतास तिलकापुर के रंजन श्रीवास्तव एवं दिल्ली पटेल नगर वेस्ट के रहने वाले आदित्य सिंह को पकड़ा गया।जाँच में मालूम हुआ कि यह गाड़ी चोर है। गिरोह का मुखिया भभुआ बिहार का प्रमोद चौधरी है। वह प्रयागराज के नैनी थाने का वांछित है। उस पर प्रयागराज पुलिस ने 25 हजार रुपए का पुरस्कार घोषित किया है।
ओएलएक्स पर बेचते थे चोरी के वाहन
एसटीएफ के अफसर के अनुसार, आरोपियों ने स्वीकार किया है कि,लखनऊ में अनेक स्थानों से 4 पहिया गाड़ियों को चोरी किया। इन गाड़ियों के नंबर प्लेट चेंज कर देते थे। चोरी की गाड़ी पर उन नंबरों को लगाते थे जो ओएलएक्स पर बेचने के लिए पोस्ट रहती थी नंबर लगाने के पश्चात बिहार लेकर जाते। वहां सस्ती कीमत में बेच देते थे।
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